भारत के साथ या खिलाफ! नई बांग्लादेशी सरकार की क्या होगी विदेश नीति? चीन को लेकर भी दिया बयान
Bangladesh Violence: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने रविवार को कहा कि वह एक संतुलित विदेश नीति बनाए रखेगी. साथ ही यह भी कहा कि बांग्लादेश भारत और चीन सहित सभी के साथ सुचारू और सकारात्मक संबंध बनाए रखना चाहता है.
अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने विदेश मंत्रालय में अपनी पहली प्रेस वार्ता के दौरान कहा, ‘हमारी नीति अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करते हुए सभी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की है.’ तौहीद हुसैन ने कहा कि यह मानना निरर्थक है कि यह अंतरिम सरकार केवल किसी विशेष दिशा पर ही केंद्रित है.
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“सकारात्मक संबंध बनाए रखना चाहते हैं”
हुसैन पहले भारत में उप उच्चायुक्त के रूप में कार्यरत थे. हुसैन ने कहा, ‘हम भारत और चीन सहित सभी के साथ सुचारू और सकारात्मक संबंध बनाए रखना चाहते हैं.’ जब अंतरिम सरकार के भारत के प्रति दृष्टिकोण के बारे में पूछा गया तो हुसैन ने कहा कि दोनों देशों के बीच मजबूत और गहरे संबंध है.
“भारत हमारे साथ सहयोग करे”
मोहम्मद तौहीद हुसैन ने कहा, ‘लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि लोग समझे कि भारत बांग्लादेश का अच्छा दोस्त है. हम चाहते हैं कि हम (ढाका-दिल्ली) संबंध को उस दिशा में आगे बढ़ाएं.’ उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार चाहेगी कि भारत इस संदर्भ में हमारे साथ सहयोग करे.
रेफात अहमद बने बांग्लादेश के नए चीफ जस्टिस
बांग्लादेश के नए प्रधान न्यायाधीश के रूप में सैयद रेफात अहमद ने रविवार को शपथ ली. जानकारी के अनुसार, राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने प्रधान न्यायाधीश को शपथ दिलाई. इस कार्यक्रम में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख बने मोहम्मद यूनुस भी शामिल हुए. बता दें कि इससे पहले शनिवार को ओबैदुल हसन ने प्रधान न्यायाधीश के पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके साथ-साथ शीर्ष कोर्ट की अपीलीय डिवीजन के पांच न्यायाधीशों ने भी पद से इस्तीफा दे दिया था.