Jharkhand News: गिरफ्तारी से पहले ही हेमंत सोरेन ने बंद लिफाफे में लिख दिया था अगले CM का नाम, JMM सांसद का दावा

Jharkhand News: हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन कैसे झारखंड के मुख्यमंत्री बने, इस बात को लेकर जेएमएम सांसद महुआ माजी ने बड़ा दावा किया है.
Hemant Soren

पूर्व सीएम हेमंत सोरेन (फोटो- सोशल मीडिया)

Jharkhand News: प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने हाल के दिनों में झारखंड मे अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में ईडी ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद से ही झारखंड में सियासी संकट गहराता जा रहा था. झारखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर भी चर्चा भी जोरों पर थी. इसके बाद वियाधक दल की बैठक में चंपई सोरेन का नाम सामने आया. इसके बाद वह झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री बने. चंपई सोरेन के नाम सत्ता के गलियारों में सबसे बड़ा प्रश्न बन गया था. आखिर चंपई सोरेन का नाम कैसे सामने आया, झारखंड मुक्ति मोर्चा की सांसद महुआ माजी ने इसे लेकर बड़ा खुलासा किया है.

महुआ माजी ने किया खुलासा

झारखंड की सियासी घटनाक्रमों को समझाते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा की सांसद महुआ माजी ने बड़ा खुलासा किया. उन्होंने कहा कि ईडी की ओर से लगातार जारी हो रहे समन से हेमंत सोरेन को अपनी गिरफ्तारी के बारे में पता चल चुका था. गिरफ्तारी के बारे में पता चलते ही उन्होंने एक पत्र लिखकर छोड़ दिया था. इस पत्र में उन्होंने ही मुख्यमंत्री पद के लिए चंपई सोरेन का नाम लिख कर छोड़ दिया था.

बूढ़े माता-पिता का रखा जाए खास ध्यान

महुआ माजी ने कहा कि गिरफ्तारी का पता चलते ही विधायक दल की बैठक में बंद लिफाफे को खोला गया. मुख्यमंत्री पद के नाम के अलावा उस पत्र में हेमंत सोरेन ने कई भावुक बातों का जिक्र किया था. पत्र में उन्होंने लिखा था कि उनकी गिरफ्तारी के बाद उनके बूढ़े माता-पिता का खास ध्यान रखा जाए. उनके छोटे भाई बंसत सोरेन का भी ध्यान रखा जाए.

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विधायकों को तोड़े जाने का बताया था खतरा

पत्र में हेमंत सोरेन ने दावा किया था कि उनकी गिरफ्तारी के बाद झारखंड में सियासी संकट गहरा सकता है और विपक्षी दल इस बात का फायदा उठा सकते हैं. पत्र में उन्होंने विधायकों को तोड़े जाने का खतरा भी बताया था. इसलिए ही विधायकों की बाड़ेबंदी कर हैदराबाद शिफ्ट किया गया.

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