Delhi Air Pollution 2025: सर्दियों में स्मॉग से आप पर पड़ेगा बुरा असर, बचने के लिए करें ये उपाय

Delhi Air Pollution 2025: दिल्ली में हर साल सर्दियों की शुरुआत के साथ ही हवा में ज़हरीला धुंआ यानी स्मॉग फैल जाता है. यह स्मॉग न सिर्फ हमारी आंखों और गले में जलन करता है, बल्कि सांस से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देता है.
Delhi Air Pollution 2025

बचने के लिए करें ये उपाय

Delhi Air Pollution 2025: दिल्ली में हर साल सर्दियों की शुरुआत के साथ ही हवा में ज़हरीला धुंआ यानी स्मॉग फैल जाता है. यह स्मॉग न सिर्फ हमारी आंखों और गले में जलन करता है, बल्कि सांस से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देता है. ऐसे में खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रखना बहुत ज़रूरी हो जाता है. आइए जानते हैं कुछ आसान लेकिन असरदार तरीके जिनसे आप इस प्रदूषित हवा से बच सकते हैं.

सुबह की सैर या एक्सरसाइज घर के अंदर करें

सुबह के समय हवा में प्रदूषण का स्तर सबसे ज़्यादा होता है. अगर आप रोज़ मॉर्निंग वॉक या जॉगिंग करते हैं, तो फिलहाल इसे घर के अंदर करें. योग, स्ट्रेचिंग या हल्की एक्सरसाइज इनडोर करना बेहतर रहेगा. इससे आप फिट भी रहेंगे और प्रदूषण से भी बचेंगे.

घर के अंदर हवा को शुद्ध रखें

घर के अंदर एयर प्यूरीफायर लगाना बहुत फायदेमंद होता है. एयर प्यूरीफायर से आपके घर की हवा साफ हो जाएगी और नुकसान कम होगा. अगर एयर प्यूरीफायर नहीं है तो खिड़कियां दिन में सिर्फ कुछ देर ही खोलें ताकि ज़्यादा प्रदूषित हवा अंदर न आए. इसके अलावा मनी प्लांट, एलोवेरा और पीस लिली जैसे पौधे घर की हवा को साफ करने में मदद करते हैं.

मास्क पहनना न भूलें

सर्दियों में जब भी बाहर निकलें तो मास्क जरूर पहनें और हो सके तो N95 या N99 मास्क पहनें. ये मास्क छोटे-छोटे प्रदूषक कणों (PM2.5) को भी रोकने में सक्षम होते हैं. साधारण कपड़े या सर्जिकल मास्क प्रदूषण से पूरी तरह सुरक्षा नहीं दे पाते, इसलिए अच्छी गुणवत्ता वाला मास्क चुनें.

शरीर को हाइड्रेट रखें और हेल्दी डाइट लें

दिन भर में पर्याप्त पानी पीएं ताकि शरीर के अंदर जमा टॉक्सिन्स बाहर निकल सकें. अपने खाने में विटामिन C, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर चीज़ें शामिल करें — जैसे संतरा, नींबू, ग्रीन टी, और हरी सब्ज़ियां. ये आपके इम्यून सिस्टम को मज़बूत करते हैं और प्रदूषण के असर को कम करते हैं.

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बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखें

स्मॉग का असर सबसे ज़्यादा बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों पर होता है. उन्हें जितना हो सके घर के अंदर ही रखें और किसी तरह की इमरजेंसी या किसी जरूरी काम से अगर बाहर जाना बहुत ज़रूरी हो, तो मास्क पहनाना न भूलें और घर लौटने के बाद उन्हें हाथ-मुंह धोने को कहें.

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