दीपावली पर कैसे करें असली और नकली मावे की पहचान? जानें ये 5 आसान तरीके

मिलावटी मावा का सेवन करने से सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. ऐसे में असली और नकली मावा की पहचान करना बेहद जरूरी हो जाता है.
Diwali 2024

मावा

Diwali 2024: त्योहार आते ही मिठाईयों का बाजार सज जाता है. दिवाली मौके पर मावा से बनी मिठाईयां जैसे बर्फी, लड्डू, और कलाकंद सभी को अच्छी लगती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस समय बाजार में नकली मावा या मिलावटी मावा भी बिकता है? मिलावटी मावा का सेवन करने से सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. ऐसे में असली और नकली मावा की पहचान करना बेहद जरूरी हो जाता है ताकि आप न सिर्फ अपनी सेहत का ख्याल रख सकें बल्कि दीपावली का त्योहार भी बिना किसी स्वास्थ्य समस्या के मना सकें.

दिवाली का त्योहार खुशियों और मिठाइयों का पर्व है, लेकिन स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी जरूरी है. इन 5 आसान तरीकों की मदद से आप बाजार से खरीदे गए मावे की शुद्धता की जांच कर सकते हैं.

1. रबिंग टेस्ट 
मावा की क्वालिटी परखने के लिए रबिंग टेस्ट सबसे आसान तरीका है. असली मावा में प्राकृतिक चिकनाई होती है. इसे हाथ में लेकर रगड़ने पर यह चिकना और थोड़ा दानेदार महसूस होता है. इसके विपरीत, नकली मावा में कई आर्टिफिशियल चीजें मिलाई जाती हैं, जो इसे रबड़ जैसा बनाती है. अगर मावा रगड़ने पर खिंचता है, तो यह मिलावटी हो सकता है.

2. आयोडीन टेस्ट
मावा में स्टार्च की मिलावट का पता लगाने के लिए आयोडीन टेस्ट सबसे कारगर तरीका है. इसके लिए मावे का एक छोटा टुकड़ा गर्म पानी में डालें और उसमें आयोडीन की कुछ बूंदें मिलाएं. यदि मिश्रण का रंग नीला हो जाए, तो इसका मतलब है कि मावे में स्टार्च की मिलावट है. स्टार्च आयोडीन के साथ मिलने पर नीले रंग का मिश्रण बनाता है, जो मिलावट का संकेत है.

3. चखकर देखें
मावा खरीदते समय उसे चख कर भी क्वालिटी का पता लगाया जा सकता है. असली मावा मुंह में डालते ही पिघल जाता है और उसमें दूध की प्राकृतिक मिठास होती है. नकली मावा स्वाद में फीका होता है और मुंह में चिपकता है. इसलिए, मावा का स्वाद लेकर भी उसकी शुद्धता का अंदाजा लगाया जा सकता है.

4. वाटर टेस्ट 
असली मावा प्राकृतिक तत्वों से भरपूर होता है, जो इसे पानी में आसानी से घुलने देते हैं. मावे का एक टुकड़ा पानी में डालें. यदि यह धीरे-धीरे घुलने लगे, तो यह असली मावा हो सकता है. नकली मावा पानी में नहीं घुलता, क्योंकि उसमें मिलाए गए आर्टिफिशियल पदार्थ इसे पानी में घुलने से रोकते हैं.

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5. गोलियां बनाकर देखें
मावा की शुद्धता जांचने का एक और आसान तरीका है कि उससे छोटी-छोटी गोलियां बनाएं. असली मावा से बनी गोलियां मजबूत होती हैं और उन्हें बार-बार गोल करने पर भी वे टूटती नहीं. वहीं, अगर गोलियां टूट जाती हैं या उनमें दरारें आ जाती हैं, तो मावा मिलावटी हो सकता है.

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