बजट कम है तो कोई बात नहीं, ऐसे सस्ते में ले सकते हैं कुंभ स्नान का आनंद

महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए कई प्रकार की व्यवस्थाएं की गई हैं, जो अलग-अलग बजट और जरूरतों के अनुसार उपलब्ध हैं. चाहे आप सस्ते होमस्टे या धर्मशाला में रुकने का विकल्प चुनें, या फिर अधिक सुविधाजनक और लक्जरी टेंट और डोम सिटी का चयन करें, सभी के लिए यहां कोई न कोई व्यवस्था है.
Mahakumbh 2025

Mahakumbh 2025

Mahakumbh 2025:13 जनवरी 2025 से प्रयागराज में महाकुंभ मेला शुरू हो रहा है. इस आयोजन के दौरान करोड़ों श्रद्धालु भारत और विदेशों से संगम के पवित्र जल में स्नान करने के लिए पहुंचेंगे. हर 12 साल में एक बार आयोजित होने वाला यह मेला इस बार भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का स्वागत करेगा. अगर आप भी कुंभ नगरी पहुंचना चाहते हैं और बजट को लेकर परेशान हैं तो बिल्कुल चिंता की कोई बात नहीं है. आप कम बजट में भी कुंभ स्नान कर सकेंगे. दरअसल, यूपी सरकार ने इस समस्या को सुलझाने के लिए कई अलग-अलग प्रकार की सुविधाओं की व्यवस्था की है, ताकि श्रद्धालुओं को रात गुजारने में कोई परेशानी न हो.

किफायती दाम पर टेंट

प्रयागराज महाकुंभ के दौरान एक सुविधाजनक और किफायती ठहरने का विकल्प टेंट की व्यवस्था है. भारतीय रेलवे ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर टेंट बुकिंग की सुविधा शुरू कर दी है. टेंट बुकिंग में सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई है, जिससे श्रद्धालु बिना किसी चिंता के आराम से ठहर सकते हैं. इन टेंट्स में 24 घंटे सुरक्षा सेवा उपलब्ध रहती है, साथ ही खाने-पीने की व्यवस्था भी की जाती है. श्रद्धालु अपने टेंट के प्रकार के अनुसार भोजन का चयन कर सकते हैं, जिसमें नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात का खाना शामिल होते हैं.

इन टेंट्स की श्रेणियां अलग-अलग हैं जैसे डीलक्स कॉटेज, लक्जरी सुइट और प्रीमियम सुइट. हर श्रेणी में सुविधाएं और कीमतें अलग-अलग होंगी. टेंट में ठहरने के साथ-साथ शटल सेवा और बैटरी चालित गाड़ियों की व्यवस्था भी की गई है, जिससे श्रद्धालु आसानी से स्नान घाट तक पहुंच सकते हैं. खासकर, बुजुर्गों के लिए यह सुविधा बहुत सहायक साबित हो सकती है. टेंट की बुकिंग भारतीय रेलवे की वेबसाइट से की जा सकती है, और श्रद्धालु पहले से बुकिंग करवा सकते हैं ताकि महाकुंभ के दौरान कोई दिक्कत न हो.

डोम सिटी

अगर आप थोड़ा अधिक खर्च करने को तैयार हैं, तो महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में डोम सिटी की भी व्यवस्था की गई है. डोम सिटी एक अत्याधुनिक और फायर और बुलेट प्रूफ प्रोजेक्ट है, जो 3 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाई गई है. इस डोम सिटी में होटल जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे लग्जरी कमरे, एयर कंडीशनिंग, निजी बाथरूम, उच्च स्तर की सुरक्षा और अन्य सुविधाएं.

लेकिन, यह विकल्प आम आदमी के लिए बहुत महंगा हो सकता है. डोम में एक रात रुकने का किराया 81,000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक हो सकता है, जो कि अधिकांश श्रद्धालुओं के बजट से बाहर है. इसलिए यह विकल्प खासकर उन श्रद्धालुओं के लिए है जो लग्जरी सुविधाओं का अनुभव करना चाहते हैं.

सस्ता होटल

महाकुंभ के दौरान होटल में ठहरने का भी एक अच्छा विकल्प है. अगर आपके पास बजट है, तो होटल एक सुविधाजनक और आरामदायक विकल्प हो सकता है. हालांकि, महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, जिससे होटल में कमरे मिलना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. इसलिए यदि आप होटल में ठहरने का विचार कर रहे हैं, तो अपनी बुकिंग पहले से ही करवा लें. महाकुंभ के दौरान होटल के कमरे जल्दी भर सकते हैं, इसलिए अगर आप लंबे समय तक वहां ठहरने का सोच रहे हैं तो जल्द से जल्द होटल बुक कराना आवश्यक है.

होमस्टे और हॉस्टल

अगर आपका बजट सीमित है और आप सस्ती व्यवस्था की तलाश में हैं, तो होमस्टे और हॉस्टल भी एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं. इन जगहों पर कम खर्च में रहना संभव होता है, लेकिन इनकी बुकिंग भी महाकुंभ शुरू होने से पहले करवा लेना चाहिए, क्योंकि महाकुंभ के दौरान इनमें भी बहुत भीड़ हो सकती है.

होमस्टे और हॉस्टल में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं, और यह अधिकतर परिवारों और युवा श्रद्धालुओं के लिए उपयुक्त होते हैं. इसके अलावा, धर्मशालाओं में भी रहने का विकल्प होता है, जो बहुत सस्ता और सुविधाजनक हो सकता है, हालांकि इन स्थानों पर बुनियादी सुविधाएं होती हैं और आपको पहले से बुकिंग करनी चाहिए.

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धर्मशाला में ठहरने की व्यवस्था

धर्मशालाओं में ठहरने का एक और सस्ता विकल्प है. यह विकल्प उन श्रद्धालुओं के लिए अच्छा हो सकता है जो केवल रात्रि विश्राम के लिए ठहरने के इच्छुक हैं. धर्मशालाओं में सुविधाएं काफी सीमित हो सकती हैं, लेकिन ये सबसे सस्ते विकल्प होते हैं.

महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए कई प्रकार की व्यवस्थाएं की गई हैं, जो अलग-अलग बजट और जरूरतों के अनुसार उपलब्ध हैं. चाहे आप सस्ते होमस्टे या धर्मशाला में रुकने का विकल्प चुनें, या फिर अधिक सुविधाजनक और लक्जरी टेंट और डोम सिटी का चयन करें, सभी के लिए यहां कोई न कोई व्यवस्था है.

महाकुंभ के दौरान किसी भी परेशानी से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि आप अपनी बुकिंग पहले से ही करवा लें. ताकि आप बिना किसी चिंता के इस धार्मिक यात्रा का आनंद उठा सकें.

कैसे पहुंचे प्रयागराज?

अब आपको रेट मालूम हो गया तो मन में एक और सवाल आ रहा होगा कि प्रयागराज कैसे पहुंचा जाए. तो बिल्कुल भी मत घबराइये हम सबकुछ बताते हैं. दरअसल, अगर आप दिल्ली से प्रयागराज जाना चाहते हैं तो कई ट्रेनें उपलब्ध हैं. इनमें प्रमुख ट्रेनें प्रयागराज एक्सप्रेस (12418), नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस (12506), वंदे भारत (22436) समेत कुल 33 ट्रेनें चलती हैं. इसमें कई ट्रेनें सप्ताह के सातों दिन नई दिल्ली से प्रयागराज जंक्शन के लिए उपलब्ध है. वहीं अगर आप भारत के किसी और शहर, गांव से प्रयागराज पहुंचना चाहते हैं, तो लगभग सभी शहरों से प्रयागराज का रूट कनेक्टेड है. आप ट्रेन, प्लेन और बस या निजी गाड़ी से यहां पहुंच सकते हैं.

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