Lok Sabha Election: ‘कांग्रेस और राहुल गांधी CAA को लेकर खामोश’, केरल में INDI गठबंधन के इस सहयोगी दल ने फिर साथी पर कसा तंज
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए सिर्फ 8 दिन ही बचे हैं. इस बीच सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून(CAA) पर विपक्षी ‘INDI’ गठबंधन में शामिल कांग्रेस की चुप्पी को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी भी RSS और भारतीय जनता पार्टी की तरह ही मानसिकता दिखा रहा है. बता दें कि इससे पहले भी उन्होंने वायनाड में राहुल गांधी के चुनाव लड़ने पर सवाल उठाते हुए , CAA के मुद्दे पर घेरा था.
राहुल गांधी भी CAA पर खामोश- सीएम विजयन
‘INDI’ गठबंधन के सहयोगी दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी(CPI-M)के नेता पिनराई विजयन ने आरोप लगाया कि केरल कांग्रेस शुरू में सीएए का विरोध करने के लिए वाम मोर्चे में शामिल हुई थी, अब आलाकमान के इशारे पर इस मुद्दे से पीछे हट गई है. पी विजयन ने आट्टिंगल में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट-केरल(LDF) की एक चुनावी रैली में कांग्रेस पर हमला बोला. इसी दौरान विजयन ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी CAA को लेकर खामोश रहे हैं.
‘अपने पर कार्रवाई होने पर आवाज उठाती है कांग्रेस’
पी विजयन ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र में CAA के बारे में कोई भी ऐलान नहीं किया है. अमेरिका समेत कई देशों ने CAA का आलोचना और विरोध भी किया है, लेकिन कांग्रेस ने इस पर न अपनी दिशा स्पष्ट की, और नहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और BJP के एजेंडे का विरोध किया. CPI-M नेता ने आरोप लगाया कि ED, इनकम टैक्स और अन्य जांच एजेंसियों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी तभी आवाज उठाती है, जब उनके नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसी का एक्शन होता है.
‘थॉमस आईजैक की गिरफ्तारी के पीछे भी कांग्रेस’
सीएम ने दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के चीफ अरविंद केजरीवाल और अपनी पार्टी के नेता थॉमस आईजैक का उदाहरण देते हुए कहा कि जब दूसरी पार्टी के नेताओं पर कार्रवाई होती है तो कांग्रेस चुप साध लेती है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ED के एक्शन की वजह कांग्रेस की ओर से दिल्ली शराब नीति मामले में करवाई गई एफआईआर थी. सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने ही थॉमस आईजैक की भी गिरफ्तारी न होने को लेकर जांच एजेंसी पर लगातार सवाल उठाए थे.