क्या हार के बाद गांधी परिवार का अमेठी से हुआ मोहभंग? जानिए राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की Inside Story

Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले केएल शर्मा चुनाव लड़ेंगे. वहीं, रायबरेली से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ताल ठोकेंगे.

राहुल गांधी (फोटो- सोशल मीडिया)

Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की बहुचर्चित अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट को लेकर जारी सस्पेंस पर शुक्रवार को कांग्रेस ने विराम लगा दिया है. अमेठी से गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले केएल शर्मा चुनाव लड़ेंगे. वहीं, रायबरेली से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ताल ठोकेंगे. इससे पहले अमेठी से राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर थी. ऐसे में अब यह सवाल उठ रहा है कि आखिर किस कारण राहुल गांधी को अमेठी की बजाय रायबरेली का रूख करना पड़ा?

अमेठी छोड़ना डर या मंशा कुछ और?

कांग्रेस पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव को ‘मोदी बनाम राहुल’ करने का भरसक प्रयास कर रही है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ऐसे में अगर राहुल अमेठी से चुनाव लड़ते तो नैरेटिव पूरी तरह बदल जाता. बता दें कि यहां से भाजपा की कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी चुनाव लड़ रही हैं. उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी को पटखनी दी थी. माना जा रहा है कि इस बार भी अगर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अमेठी से चुनावी रण में उतरते तो नैरेटिव ‘राहुल बनाम ईरानी’ हो जाता. भाजपा की इसी रणनीति को फेल करने के लिए ही कांग्रेस ने राहुल गांधी को रायबरेली से उम्मीदवार बनाने का फैसला किया.

हालांकि, जिस तरह से अमेठी से राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की मांग उठ रही थी, उसके बाद अब अमेठी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मायूसी जरूर हाथ लगी होगी. अमेठी से राहुल गांधी के चुनाव लड़ने से कार्यकर्ताओं में अलग संदेश जाता क्योंकि कांग्रेस पहले ही यूपी में अपनी जमीन तलाशने में जुटी है. वहीं राहुल की गैरमौजूदगी में स्मृति ईरानी के सामने केएल शर्मा कितनी चुनौती पेश करेंगे, ये भी देखना दिलचस्प होगा.

ये भी पढ़ेंः कभी राजीव गांधी के साथ पहुंचे थे अमेठी, अब स्मृति ईरानी के खिलाफ कांग्रेस ने दिया टिकट… जानें कौन हैं केएल शर्मा

प्रियंका गांधी को क्यों नहीं मिला टिकट?

अब, लगातार सवाल ये भी उठ रहा है कि किशोरी लाल शर्मा की जगह कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को अमेठी से टिकट क्यों नहीं दिया? सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी अगर यहां से चुनाव लड़तीं तो भाजपा को परिवारवाद का आरोप लगाने का मौका मिल जाता. माना जा रहा है कि इसी वजह से कांग्रेस ने केएल शर्मा को अमेठी से उम्मीदवार बनाया, जो लंबे समय से गांधी परिवार के साथ रहे हैं.

केएल शर्मा पर प्रियंका गांधी ने कही ये बात?

केएल शर्मा को टिकट मिलने पर प्रियंका गांधी ने कहा कि किशोरी लाल की निष्ठा और कर्तव्य के प्रति उनका समर्पण अवश्य ही उन्हें चुनाव ने सफलता दिलाएगा. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा, “किशोरी लाल शर्मा से हमारे परिवार का वर्षों का नाता है. अमेठी, रायबरेली के लोगों की सेवा में वे हमेशा मन-प्राण से लगे रहे. उनका जनसेवा का जज्बा अपने आप में एक मिसाल है. आज खुशी की बात है कि किशोरी लाल को कांग्रेस पार्टी ने अमेठी से उम्मीदवार बनाया है. किशोरी लाल की निष्ठा और कर्तव्य के प्रति उनका समर्पण अवश्य ही उन्हें इस चुनाव ने सफलता दिलाएगा.”

अमेठी-रायबरेली कांग्रेस के लिए क्यों खास?

उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट से गांधी परिवार का पुराना रिश्ता है. बता दें कि अमेठी से राहुल गांधी के अलावा संजय गांधी, उनके पिता राजीव गांधी और मां सोनिया गांधी सांसद रह चुकी हैं. वहीं, रायबरेली से फिरोज गांधी और इंदिरा गांधी के अलावा सोनिया गांधी लंबे समय तक सांसद रही हैं.

ज़रूर पढ़ें