PM Modi रविवार को जारी करेंगे BJP का मेनिफेस्टो, कई वरिष्ठ नेता रहेंगे मौजूद
BJP Manifesto: बीजेपी के प्रचार अभियान को लगातार धार दे रहे पीएम मोदी अब रविवार को पार्टी का मेनिफेस्टो जारी करेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी का फोकस चार वर्गों गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों पर रहा है और पार्टी का मेनिफेस्टो भी इसी के इर्द-गिर्द रहने का अनुमान है. पीएम मोदी रविवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में बीजेपी का घोषणापत्र जारी कर सकते हैं.
बीजेपी का कहना है कि ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ पार्टी का मूल मंत्र है. ‘अबकी बार 400 पार कॉल’ के साथ पार्टी ने लोकसभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी है.
कल अंबेडकर जयंती पर लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा अपना 'संकल्प पत्र' करेगी जारी#LokSabaElection2024 #BJP #Elections2024 #PMModi #VistaarNews pic.twitter.com/gC25rJQpNH
— Vistaar News (@VistaarNews) April 13, 2024
बीजेपी के घोषणापत्र से क्या उम्मीद?
भाजपा के घोषणापत्र में देश के विभिन्न वर्गों के विकास पर ध्यान केंद्रित करने की संभावना है. पीएम मोदी ने बार-बार कहा है कि उनकी राय में केवल चार “जातियां” हैं – युवा, महिलाएं, किसान और गरीब. इसे ध्यान में रखते हुए समाज के इन चार वर्गों के उत्थान के लिए कई उपाय भाजपा के चुनावी वादों के मुख्य आकर्षण में से होंगे. पीएम और भाजपा के अन्य शीर्ष नेताओं ने 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है. पीएम मोदी ने कहा था कि वह भारत को दुनिया भर में शीर्ष 3 अर्थव्यवस्थाओं में जगह दिलाकर ही दम लेंगे.
बीजेपी को अपने घोषणापत्र के लिए 1.5 मिलियन से अधिक सुझाव मिले, जिनमें 400,000 से अधिक नमो ऐप के माध्यम से और 1.1 मिलियन से अधिक वीडियो के माध्यम से शामिल हैं. कहा जा रहा है कि भाजपा लोकसभा 2024 के घोषणापत्र में कई हाई-स्पीड रेल या बुलेट ट्रेन कॉरिडोर का वादा शामिल कर सकती है.
घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष हैं राजनाथ सिंह
भाजपा ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक घोषणापत्र समिति नियुक्त की थी. समिति ने कई बैठक की. देशभर में सुझाव के लिए वैन भेजे गए. सोशल मीडिया पर अभियान चलाया गया. इससे पहले कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपना चुनावी घोषणापत्र “न्याय पत्र” जारी किया था. कांग्रेस के घोषणापत्र का व्यापक विषय “काम, धन और कल्याण” है. कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में ‘पांच न्याय’ की बात की है, जिनमें ‘युवा न्याय’, ‘नारी न्याय’, ‘किसान न्याय’, ‘श्रमिक न्याय’ और ‘हिस्सेदारी न्याय’ शामिल हैं.