Lok Sabha Election 2024: विरासत टैक्स पर दिए बयान को लेकर बुरे फंसे सैम पित्रोदा, BJP ने घेरा, कांग्रेस को देनी पड़ी सफाई
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में इस समय कांग्रेस का घोषणा पत्र विवादों में बना हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस भारत के नागरिकों की संपत्ति को गरीबों में बांट देगी. अब इस बीच कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा का एक बयान सुर्खियों में आ गया है. अमेरिका का जिक्र कर पित्रोदा ने एक ऐसा बयान दिया है जो अलग ही सियासी भूचाल लाने वाला है.
सैम पित्रोदा ने कहा है कि अमेरिका में तो विरासत टैक्स चलता है. अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की भी संपत्ति है, तो उसके मरने के बाद 45 फीसदी अगर बच्चों के पास जाती है तो 55 फीसदी सरकार ले लेती है. ये काफी दिलचस्प कानून है. कानून कहता है कि आपको अपनी सारी संपत्ति बच्चे के लिए नहीं छोड़नी है, आधी पब्लिक लिए छोड़ देनी चाहिए. भारत में तो ऐसा कोई कानून नहीं है.
“इस मामले पर डिबेट होनी चाहिए”
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने अपने बयान में आगे यह भी कहा कि अगर 10 मिलियन भी कमा रहा है, मरने के बाद वो सारा पैसा बच्चों को मिलता है, पब्लिक के पास कुछ नहीं जाता. लोगों को इस पर डिबेट करनी चाहिए. अब मुझे नहीं पता कि निष्कर्ष क्या निकलेगा, लेकिन जब कांग्रेस संपत्ति बांटने की बात करती है, बात नए कानूनों की है. ये कानून आम आदमी के हित के होते हैं, सिर्फ अमीरों के हित के नहीं.
प्रधानमंत्री ने साधा निशाना
अब बीजेपी ने इस बयान को ही बड़ा मुद्दा बना लिया है. बुधवार को छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘शाही परिवार के शहजादे के सलाहकार ने कुछ समय पहले कहा था कि मिडिल क्लास पर और ज्यादा टैक्स लगाना चाहिए. अब ये लोग इससे भी एक कदम और आगे बढ़ गए हैं. अब कांग्रेस का कहना है कि वो Inheritance Tax लगाएगी, माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाएगी. आप जो अपनी मेहनत से संपत्ति जुटाते हैं, वो आपके बच्चों को नहीं मिलेगी. कांग्रेस का पंजा वो भी आपसे लूट लेगा. कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी और बाद भी.’
अमित शाह ने भी किया पलटवार
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के इस बयान के बाद सियासी माहौल गरमा गया है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिग्गज नेता व केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने पलटवार किया है और कहा है कि सैम पित्रोदा के बयान से कांग्रेस पूरी तरह से बेनकाब हो गई है. अमित शाह ने कहा, इनके (कांग्रेस) घोषणापत्र बनाने में जिसका सबसे बड़ा योगदान रहा वह सैम पित्रोदा है और उन्होंने असलियत बता दी.
पहले इनके घोषणापत्र में सर्वे, मनमोहन सिंह का पुराना बयान कि ‘हम देश के संसाधन पर सबसे पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का मानते हैं’ और अब इनके घोषणापत्र बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले सैम पित्रोदा का बयान कि संपत्ति के बंटवारे पर विचार होना चाहिए… अमेरिका का हवाला देते हुए इन्होंने कहा कि 55 फीसदी संपत्ति सरकारी खजाने में जाती है.’
सैम पित्रोदा के इस बयान पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई। कांग्रेस नेता के बयान ने जब तूल पकड़ लिया तो कांग्रेस पार्टी और सैम पित्रोदा ने खुद इस मामले पर सफाई दी।
“सैम पित्रौदा के बयान से कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं”
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनिया भर में कई लोगों के गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं. उन्होंने भारत के विकास में असंख्य, स्थायी योगदान दिया है। वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. सैम पित्रोदा उन मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त करते हैं जिनके बारे में वे दृढ़ता से महसूस करते हैं. निश्चित रूप से, लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है.
इसका मतलब यह नहीं है कि सैम पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को दर्शाते हैं. अब भाजपा कोशिश कर रही है कि उनकी टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाया जाए.