Lok Sabha Election: गुजरात के इस जगह पर सिर्फ एक वोटर के लिए बनेगा पोलिंग बूथ, 15 चुनाव अधिकारियों की मौजूदगी में होगी वोटिंग
Lok Sabha Election 2024: देशभर में होने वाले लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. चुनाव आयोग ने कुल 7 चरणों में मतदान कराने को लेकर शेड्यूल जारी कर दिया है. देश के कोने-कोने में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने को लेकर चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है. चुनाव के तारीखों का ऐलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा था कि हम एक-एक मतदाओं को पोलिंग बूथ तक लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में हम ऐसे अनोखे बूथ के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां सिर्फ एक ही वोटर है. यहां चुनाव आयोग ने एक मतदाता के लिए पोलिंग बूथ बनाया है. इस खास पोलिंग बूथ पर कर्मचारी सुबह से शाम तक तैनात रहेंगे. ये पोलिंग बूथ गुजरात के बाणेज में बनाया जा रहा है.
बता दें की यह पोलिंग बूथ गिर जंगल के अंदरूनी हिस्से में नेशनल पार्क के बिल्कुल अंदर है. यह जूनागढ़ से करीब 110 किलोमीटर दूर पौराणिक मंदिर के पास स्थित है. इस जगह को बाणगंगा के रूप में भी जाना जाता है. यहां मंदिर के पुजारी हरिदास बानेज पोलिंग बूथ के इकलौते मतदाता हैं. गिर सोमनाथ के जिला प्रशासक अधिकारी ने बानेज मंदिर का जायजा लिया और मतदान की व्यवस्था के बारे में चर्चा की.
साल 2002 से बन रहा है पोलिंग बूथ
बताते चलें कि चुनाव आयोग साल 2002 से यहां खास बूथ की व्यवस्था करता चला आ रहा है. इस बार भी लोकसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान को लेकर 7 मई को यहां पोलिंग बूथ बनेगा, जिसमें मंदिर के पुजारी हरिदास अपना मतदान करेंगे. इस खास पोलिंग बूथ के बारे में बताते हुए हरिदास ने कहा कि मैं चुनाव आयोग का आभारी हूं, जो लोकशाही को जीवंत रखते हुए मेरे लिए खास व्यवस्था करते हैं. उन्होंने आगे यह भी कहा कि मेरे वोट डालते ही मतपेटी में 100 प्रतिशत मत होने का संकेत मिलता है. मैंने किसे वोट दिया, वो भी पता चल जाता है. मैं सबसे अपील करता हूं कि वोट जरूर दें. हरिदास ने कहा कि मतदान करना हमारा कर्तव्य है. हमें जरूर मतदान करना चाहिए. चुनाव लोकशाही की धरोहर है.
महंत भरतदास के लिए बनता था पोलिंग बूथ
मंदिर के महंत हरिदास से पहले महंत भरतदास के लिए भी यहां पोलिंग बूथ बनता था. महंत भरतदास के लिए चुनाव आयोग हर चुनाव में 5 से 8 लोगों की टीम भेजकर स्पेशल बूथ की व्यवस्था करता था. पांच साल पहले 1 नवंबर 2019 को बानेज के महंत का देहावसान हो गया था. अब चुनाव आयोग भरत दास के अनुगामी हरिदास के लिए पोलिंग बूथ की व्यवस्था करता है. ऐसे सुदूर जंगल में खूंखार वन्यजीव के बीच भरतदास मंदिर में अकेले ही रहते थे. वे मतदान करते थे और लोगों को भी प्रेरित करते थे.