Lok Sabha Election: बस्तर मिशन पर सीएम विष्णु देव साय, सुकमा और कोटा में बड़ी जनसभा को करेंगे संबोधित

Chhattisgarh News: बस्तर दौरे से पहले सीएम साय ने पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के ख़िलाफ आईटी विभाग की जाँच में बड़े जमीन घोटाले को लेकर बयान दिया, उन्होंने कहा कि अमरजीत भगत जशपुर के प्रभारी मंत्री रहते हुए पहाड़ी कोरवा जनजातियों की जमीन को अपने रिश्तेदार के नाम करवाने का काम कर चुके है.
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सीएम विष्णु देव साय

Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव के लिए बस्तर में बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इसी बीच सीएम विष्णुदेव साय आज बस्तर के सुकमा और कोटा में दो सभाओं को संबोधित करने वाले हैं. सीएम दोपहर में कोटा में जनसभा को संबोधित करेंगे. उसके बाद दोपहर 3 बजे बड़ेधाराउर में मुख्यमंत्री की विशाल जनसभा होगी. फिर वह शाम 5.30 बजे रायपुर लौट आएंगे.

बस्तर मिशन पर बीजेपी, सीएम लगातार कर रहे दौरा

बस्तर में लोकसभा चुनाव का रंग धीरे-धीरे चढ़ने लगा है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भाजपा प्रत्याशी के चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाल लिया है. लोकसभा प्रत्याशी महेश कश्यप के समर्थन में प्रचार के लिए सीएम के साथ हजारों कार्यक्रता मिशन बस्तर के लिए पहुंच रहे है. दूसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशी का नाम तय नहीं कर पाई है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने चुनाव जीतने का दावा किया है. वह हर बार दंतेवाड़ा से ही चुनाव का आगाज करते हैं. उन्होंने कल दंतेश्वरी माई का आशीर्वाद लिया फिर कार्यकता सम्मेलन में भी शामिल हुए.

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बीजेपी के लिए क्यों जरूरी है बस्तर लोकसभा सीट

दरअसल बीजेपी का बस्तर में इसलिए ज्यादा फोकस है, क्योंकि इस सीट को बीजेपी 2019 के चुनाव में हार गई थी. इस बार बीजेपी ने धर्मातंरण के खिलाफ लड़ने वाले महेश कश्यप को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस की तरफ से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को रिपीट करने की संभावना है. लेकिन पूर्व मंत्री कवासी लखमा के बेटे का नाम भी चर्चा में होेने के कारण बस्तर का टिकट फंस गया है.

सीएम ने बस्तर दौरे से पहले अमरजीत भगत पर साधा निशाना

बस्तर दौरे से पहले सीएम विष्णु देव साय ने पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के ख़िलाफ आईटी विभाग की जाँच में बड़े जमीन घोटाला सामने आने के बाद पहली बार बयान दिया, उन्होंने कहा कि अमरजीत भगत जशपुर के प्रभारी मंत्री रहते हुए पहाड़ी कोरवा जनजातियों की जमीन को अपने रिश्तेदार के नाम करवाने का काम कर चुके है. हमारी सरकार बनने के बाद उन पहाड़ी कोरबा के लोगों को रायपुर बुलवाकर उनसे जमीन वापस लेकर आदिवासियो को दी गई है.

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