Lok Sabha Election: ‘राहुल गांधी राजनीति और शतरंज के मंजे हुए खिलाड़ी’, भाजपा पर कांग्रेस ने साधा निशाना, कहा- पूरा देश गांधी परिवार का गढ़
Lok Sabha Election: उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. उम्मीदवारी के ऐलान के बाद से वह सत्तापक्ष के निशाने पर हैं. भाजपा ने राहुल गांधी पर डर के मारे रायबरेली से चुनाव लड़ने का आरोप लगाया है. वहीं, कांग्रेस ने कहा कि इस निर्णय से भाजपा और उनके समर्थक धराशायी हो गए हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी राजनीति और शतरंज के मंजे हुए खिलाड़ी हैं और सोच समझकर दांव चलते हैं. रमेश ने रायबरेली से राहुल गांधी के चुनाव लड़ने को लेकर X पर लिखा, “ऐसा निर्णय पार्टी के नेतृत्व ने बहुत विचार विमर्श करके बड़ी रणनीति के तहत लिया है. इस निर्णय से बीजेपी, उनके समर्थक और चापलूस धराशायी हो गए हैं. बेचारे स्वयंभू चाणक्य जो ‘परंपरागत सीट’ की बात करते थे, उनको समझ नहीं आ रहा अब क्या करें?”
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‘यह विरासत नहीं जिम्मेदारी है’
रमेश ने आगे कहा, “रायबरेली सिर्फ सोनिया गांधी की नहीं, खुद इंदिरा गांधी की सीट रही है. यह विरासत नहीं जिम्मेदारी है, कर्तव्य है. रही बात गांधी परिवार के गढ़ की, तो अमेठी-रायबरेली ही नहीं, उत्तर से दक्षिण तक पूरा देश गांधी परिवार का गढ़ है. राहुल गांधी तो तीन बार उत्तर प्रदेश से और एक बार केरल से सांसद बन गए, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी विंध्याचल से नीचे जाकर चुनाव लड़ने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पाए? एक बात और साफ है कि कांग्रेस परिवार लाखों कार्यकर्ताओं की अपेक्षाओं उनकी आकांक्षाओं का परिवार है. कांग्रेस का एक साधारण कार्यकर्ता ही बड़े बड़ों पर भारी है. कल एक मूर्धन्य पत्रकार अमेठी के किसी कार्यकर्ता से व्यंग में कह रही थी कि आप लोगों का नंबर कब आएगा टिकट मिलने का? लीजिए, आ गया! कांग्रेस का एक आम कार्यकर्ता अमेठी में बीजेपी का भ्रम और दंभ दोनों तोड़ेगा.”
‘प्रियंका तो कोई भी उपचुनाव लड़कर सदन पहुंच जाएंगी’
कांग्रेस नेता ने कहा, “प्रियंका गांधी धुआंधार प्रचार कर रही हैं और अकेली नरेंद्र मोदी के हर झूठ का जवाब सच से देकर उनकी बोलती बंद कर रही हैं. इसीलिए यह जरूरी था कि उन्हें सिर्फ अपने चुनाव क्षेत्र तक सीमित न रखा जाए. प्रियंका तो कोई भी उपचुनाव लड़कर सदन पहुंच जाएंगी. आज स्मृति ईरानी की सिर्फ यही पहचान है कि वो राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ती हैं. अब स्मृति ईरानी से वो शोहरत भी छिन गई. अब बजाय व्यर्थ की बयानबाजी के, स्मृति ईरानी स्थानीय विकास के बारे में जवाब दें, जो बंद किए अस्पताल, स्टील प्लांट और IIIT हैं – उसपर जवाब देना होगा. शतरंज की कुछ चालें बाकी हैं, थोड़ा इंतजार कीजिए.”
राहुल गांधी जी की रायबरेली से चुनाव लड़ने की खबर पर बहुत सारे लोगों की बहुत सारी राय हैं।
लेकिन वह राजनीति और शतरंज के मंजे हुए खिलाड़ी हैं। और सोच समझ कर दांव चलते हैं। ऐसा निर्णय पार्टी के नेतृत्व ने बहुत विचार विमर्श करके बड़ी रणनीति के तहत लिया है। इस निर्णय से BJP, उनके…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 3, 2024