मुस्लिम आरक्षण के मुद्दे पर दो धड़ों में बंटा विपक्ष! लालू ने की वकालत तो कांग्रेस ने अपनाई संविधान की राह

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर आज मंगलवार, (7 मई) को तीसरे चरण का मतदान जारी है. इस बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बयान से देश का सियासी तापमान बढ़ चुका है.
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कांग्रेस नेता जयराम रमेश और आरजेडी चीफ लालू यादव

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर आज मंगलवार, (7 मई) को तीसरे चरण का मतदान जारी है. इस बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बयान से देश का सियासी तापमान बढ़ चुका है. दरअसल, आरजेडी प्रमुख ने मुस्लिमों को आरक्षण देने के मुद्दे पर अपनी सहमति जताई है. जिसके बाद से बीजेपी ने लालू यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वहीं कांग्रेस भी संविधान दिखाया है. लालू के इस बयान के बाद से विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के प्रमुख घटक दल कांग्रेस और आरजेडी दो फाड़ में बंटी हुई दिख रही है.

लालू यादव के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हमारे समाज के पिछड़े वर्गों को उनकी जनसंख्या के अनुसार आरक्षण मिलना चाहिए. हमारे संविधान का मूल सिद्धांत सामाजिक न्याय है. सामाजिक न्याय का मार्ग आरक्षण है. राहुल गांधी ने जो कहा है वह गारंटी है, जिसे हमने अपने ‘न्याय पत्र’ में दिया है. हम 50 फीसदी की सीमा को बढ़ाएंगे. हर राज्य की यह मांग है. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री इस सवाल से भाग रहे हैं और धर्म पर बोल रहे हैं. धर्म आधारित आरक्षण गलत है, झूठ है.

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लालू के बयान पर सीएम योगी का पलटवार

लालू यादव के बयान पर पलटवार करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘पीएम मोदी कह रहे हैं कि इंडि गठबंधन से जुड़े हुए दल ओबीसी, अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण पर सेंध लगाने का काम कर रहे हैं. इनका घोषणापत्र इस बात का प्रमाण है. जब कांग्रेस नेतृत्व में यूपीए की सरकार सत्ता में थी तब आरजेडी और समाजवादी पार्टी उसके घटक दल थे. उस समय इन लोगों ने रंगनाथ मिश्रा कमेटी और सच्चर कमेटी गठित की थी.’

“मुस्लिम आरक्षण का बीजेपी ने किया था विरोध”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, ‘रंगनाथ मिश्रा कमिटी ने इस बात का जिक्र किया था कि 27 में से 6 फीसदी आरक्षण मुसलमानों को देना चाहिए, जिसका बीजेपी ने विरोध किया था. हमने कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता. फिर सच्चर कमेटी गठित करके अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण में से सेंध लगाने का प्रयास किया गया. इसके लिए मुस्लिमों की कुछ जातियों को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों में शामिल किया. इसका भी बीजेपी ने विरोध किया था.’

“धर्म के आधार पर आरक्षण के विरोधी थे बाबा साहेब”

लालू यादव के बयान का जिक्र करते हुए यूपी सीएम योगी ने कहा, ‘बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर भी धर्म के आधार पर आरक्षण के विरोधी थे. धर्म के आधार पर कोई आरक्षण नहीं हो सकता ऐसा खुद उन्होंने कहा था. यहीं मुद्दा भारत के बंटवारे के कारण बना था और हमे कोई ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जो देश के बंटवारे का कारण बनेगा. इसके चलते अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के अधिकार बच पाए. कांग्रेस, सपा, RJD को जब भी मौका मिलेगा ये अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ी जाति के आरक्षण में सेंध लगाकर इन्हें जबरन अल्पसंख्यकों को देने का प्रयास करेंगे.

लालू ने अपने बयान में क्या कहा था?

मीडिया ने जब लालू प्रसाद यादव से सवाल किया था कि आप लोग ओबीसी का आरक्षण लेकर मुसलमानों को दे रहे हैं. इस सवाल के जवाब में लालू ने कहा कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए. वहीं, उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के ‘अगर INDIA गठबंधन सत्ता में आई तो देश में जंगलराज हो जाएगा’ वाले बयान पर लालू ने कहा कि वह इतना डर गए हैं कि सभी को भड़का रहे हैं.

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