Lok Sabha Election 2024: ‘देश में तनाव पैदा करना चाहते हैं’, अमित शाह के फेक वीडियो पर PM मोदी ने दी प्रतिक्रिया

Lok Sabha Election 2024: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो पर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जो लोग काम के आधार पर चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं, वे सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल कर फर्जी वीडियो फैला रहे हैं.
Lok Sabha Election 2024

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

Lok Sabha Election 2024: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो पर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जो लोग काम के आधार पर चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं, वे सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल कर फर्जी वीडियो फैला रहे हैं. वे हमारे हवाले से एआई के जरिए ऐसी-ऐसी बातें बुलवा रहे हैं, जो कि हमने सोची भी नहीं हैं. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि “यह वीडियो हर एक लोकतंत्र प्रेमी को शर्मशार करने वाली है.

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग अपने काम के आधार पर एनडीए से राजनीतिक लड़ाई नहीं लड़ पा रहे हैं, वे अब सोशल मीडिया पर फेक वीडियो फैला रहे हैं. आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिए मेरी आवाज, अमित शाह की आवाज और जेपी नड्डा की आवाज में ऐसी बातें बुलवा रहे हैं, जो हमने कभी सोची भी नहीं हैं.

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“देश में तनाव पैदा करना चाहती हैं कांग्रेस”

प्रधानमंत्री ने आगे दावा किया, “ये लोग ऐसे वीडियो जारी कर के देश में तनाव पैदा करना चाहते हैं. ये लोग चाहते हैं कि आने वाले महीने में कुछ अनहोनी घटनाएं घटें, जिसके लिए खेल खेले जा रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ चुनाव आयोग कठोर कार्रवाई करें.” आपको बता दें कि एक वायरल वीडियो में कथित रूप से छेड़छाड़ की गई थी. क्लिप में अमित शाह के बयान को आरक्षण खत्म करने का बयान बना दिया गया था. उन्होंने कहा था कि राज्य में मुसलमानों के लिए कोटा खत्म कर देंगे पर वीडियो में छेड़छाड़ कर सभी आरक्षण खत्म करने की बात डाल दी गई.

दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है

दिल्ली पुलिस को रविवार को इस सिलसिले में दो शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई. केस आईपीसी की धारा 153, 153ए, 465, 469 और 171जी और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 66सी के तहत दर्ज किया गया. एफआईआर में कहा गया- ऐसा लगता है कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ हुई है. समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने के इरादे से भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है, जिससे सार्वजनिक शांति और सार्वजनिक व्यवस्था पर असर पड़ने की आशंका है.

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