Lok Sabha Election: यूपी में तीसरे चरण में 10 सीटों पर वोटिंग, 2019 में BJP ने 8 पर किया था कब्जा, जानिए कितने बदल गए हैं समीकरण
UP Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा के तीसरे चरण के मतदान के दौरान मंगलवार को उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर भी वोटिंग हो रही है. इसे लेकर सियासी हलचल भी तेज है. इनमें संभल, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, फतेहपुर सीकरी, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली की सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. इस चरण के मतदान सभी की निगाहें समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के परिवार के सदस्यों पर हैं.
संभल में तीनों दलों के बीच होगा कड़ा मुकाबला
बता दें कि इन सभी सीटों में से 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी. केवल 2 सीटों पर ही समाजवादी पार्टी ने परचम लहराया था. वहीं इन सभी सीटों पर बहुजन समाज पार्टी का तो खाता भी नहीं खुल पाया था. ऐसे में क्या हैं इन सभी सीटों के समीकरण, आपको बताते हैं. संभल में सपा ने जियाउर्रहमान बर्क को टिकट दिया है तो वहीं BJP ने परमेश्वर लाल सैनी को मैदान में उतारा है. BSP से सौलत अली दावेदारी ठोक रहे हैं. मौजूदा प्रत्याशियों को देखते हुए संभल में मुकाबला कड़ा हो गया है.
बरेली और बदायूं के समीकरण में ध्रुवीकरण बड़ा फैक्टर
बरेली में BJP ने आठ बार के सांसद संतोष गंगवार की जगह कुर्मी बिरादरी के ही छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया है. उधर, सपा से प्रवीण सिंह ऐरन पांचवीं बार मैदान में हैं. इस सीट पर ध्रुवीकरण ही जीत का कारण बन सकता है. इस सीट पर सपा मुस्लिम वोट के सहारे और BJP हिंदू मतदाताओं पर भरोसा जता रही है. वहीं बदायूं सीट पर दुर्विजय सिंह BJP से पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. सपा ने शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव पर भरोसा जताया है. इन सब के बीच BSP ने मुस्लिम खां को मैदान में उतारकर चुनाव को दिलचस्प बना दिया है.
एटा और आंवला के सियासी चुनाव को बना रहे पेचीदा
एटा में इस बार पूर्व सीएम कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह BJP के टिकट पर हैट्रिक लगाने को तैयार हैं. दूसरी ओर सपा ने इस बार देवेश शाक्य को मैदान में उतारकर नया समीकरण बनाया है. वहीं BSP ने दोनों ही दलों से मुकाबले के लिए इरफान सोलंकी को मैदान में चुनाव को पेचीदा बना दिया है. आंवला में BJP प्रत्याशी धर्मेंद्र कश्यप हैट्रिक लगाने के इरादे से मैदान में उतरे हैं. वहीं, नीरज मौर्य सपा के टिकट पर चुनाव को रोचक बना रहे हैं. बता दें कि इस सीट पर मौर्य वोटर्स की भारी संख्या है. वहीं BSP उम्मीदवार आबिद अली सपा के लिए मुश्किल पैदा कर सकते हैं.
फतेहपुर सीकरी, हाथरस, फिरोजाबाद में तगड़ा मुकाबला
फतेहपुर सीकरी में BJP ने राजकुमार चाहर को फिर से मैदान में उतारा है, तो कांग्रेस ने रामनाथ सिकरवार पर दांव लगा दिया है. दूसरी ओर रामनिवास शर्मा BSP से दमखम दिखाकर जातीय समीकरणों को ध्वस्त कर सकते हैं. हाथरस में BJP ने अनूप प्रधान वाल्मीकि को मैदान में उतारा है. दूसरी ओर सपा ने जसवीर वाल्मीकि को टिकट दिया है. BSP ने हेमबाबू धनगर को टिकट दिया है. ऐसे में सभी एक-दूसरे की राह काटते नजर आ रहे हैं. फिरोजाबाद में ठाकुर विश्वदीप सिंह पर भरोसा जता दिया और सपा ने अक्षय यादव को टिकट दिया है. इन सब के बीच BSP ने चौधरी बशीर को टिकट देकर जहां सपा को झटका देने की कोशिश की है.
मैनपुरी में विरासत, आगरा में केंद्रीय मंत्री के कद का इम्तिहान
मुलायम सिंह यादव की विरासत को लेकर जोर-आजमाइश चल रही है. सपा ने डिंपल यादव को फिर से टिकट दिया है तो BJP ने प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, BSP ने शिवप्रसाद यादव को मैदान में उतारकर मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है. इस सीट पर दलितों के अलावा यादव मतदाता बड़ा फैक्टर हैं. आगरा सीट 2009 से BJP के कब्जे में है और एसपी सिंह बघेल फिर से चुनाव लड़ रहे हैं. दूसरी ओर सपा ने सुरेश चंद कर्दम और BSP ने पूजा अमरोही प्रत्याशी बनाया है. दोनों ने जाटव प्रत्याशी उताकर चुनाव को दिलचस्प बना दिया है.