MP: भोपाल में मनाई गई दिव्य एडवांस्ड ईएनटी क्लिनिक की 10वीं वर्षगांठ, कार्यक्रम में शामिल हुए सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग
Madhya Pradesh News: भोपाल के न्यू मार्केट स्थित समन्वय भवन में शनिवार 27 जुलाई, को दिव्य एडवांस्ड ईएनटी क्लिनिक ने अपनी 10वीं वर्षगांठ मनाई. इस खास मौके पर “मेरी आवाज़ ही पहचान है” शीर्षक से एक महत्वपूर्ण व्याख्यान का भी आयोजन किया गया, जिसका विषय स्वर संरक्षण था. कार्यक्रम के दौरान स्वर संरक्षण, स्वर स्वच्छता और स्वर विकारों के उपचार के बारे में बताया गया. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता त्रिवेंद्रम से स्वर विकारों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ डॉ. जयकुमार मेनन ने एक ज्ञानवर्धक और शिक्षाप्रद व्याख्यान दिया.
विशेष अतिथि तथा मध्य प्रदेश के सहकारिता विभाग के मंत्री विश्वास सारंग ने कार्यक्रम में डॉ दुबे को कोविड के दौरान ब्लैक फंगस के सफल ट्रीटमेंट के लिए सराहा जिसमें उन्होंने तकरीबन दो सौ से ज्यादा इस संक्रमण से पीड़ित मरीजों की सफल सर्जरी की. डॉ. जयकुमार मेनन ने स्वर स्वास्थ्य और रखरखाव पर बहुमूल्य मार्गदर्शन प्रदान किया.
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मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम को संबोधित किया
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जयकुमार मेनन ने राजनेताओं, अभिनेताओं, गायकों, रेडियो जॉकी, समाचार एंकर, शिक्षकों और आवाज कलाकारों सहित विविध दर्शकों को संबोधित किया गया, जिनका करियर उनकी मुखर क्षमताओं पर बहुत अधिक निर्भर करता है. डॉ. मेनन ने पद्मश्री गुंदेचा बंधुओं का लाइव एंडोस्कोपी करते हुए बताया कि किस तरह वोकल कॉर्ड काम करती हैं. नाक के द्वारा दूरबीन डालकर उन्होंने गुंदेचा बंधुओं से ‘सा रे गा मा’ का उच्चारण करवाकर वोकल कॉर्ड के स्वर निकालते हुए दिखाया.
डॉ मेनन ने आवाज से जुड़ी कई जानकारियां दी
इस कार्यक्रम का आयोजन डॉ. सत्यप्रकाश दुबे ने किया, जिन्होंने भारी भागीदारी और रुचि के लिए अपना आभार व्यक्त किया. इस दौरान डॉ. एस. पी. दुबे ने आवाज से जुड़ी हुई कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं. उन्होंने बारीकियों के साथ समझाया कि गले से निकलने वाली आवाज और वोकल कॉर्ड्स कैसे काम करती हैं और उनका ख्याल कैसे रखा जा सकता है. कुछ अभ्यासों द्वारा अपनी आवाज को पतला या मोटा करने के तरीके भी बताए.
उन्होंने कुछ न्यूज़ एंकर और सिंगर्स के वीडियो का उदाहरण देते हुए शब्दों और उनके स्पष्ट उच्चारण के बारे में भी जानकारी दी. तंबाकू और सिगरेट के सेवन को बंद करने की भी सलाह दी. इस एक दशक में डॉ दुबे ने देश भर के तकरीबन तीन हज़ार से ज्यादा कॉकलीयर इम्प्लांट किये. कार्यक्रम का संचालन डॉ दिव्य प्रकाश दुबे ने किया.