लाल किले पर होगा सम्राट विक्रमादित्य पर भव्य महानाट्य, सीएम मोहन यादव ने किया ऐलान
सीएम मोहन यादव
Delhi: मध्यप्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ऐलान किया कि सम्राट विक्रमादित्य के जीवन और सुशासन पर एक भव्य महानाट्य का आयोजन किया जाएगा. यह कार्यक्रम दिल्ली के लाल किले पर 12, 13 और 14 अप्रैल को होगा. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के जरिए देश और दुनिया को सम्राट विक्रमादित्य की शासन पद्धति, आदर्शों और सांस्कृतिक धरोहर के बारे में बताया जाएगा. इस कार्यक्रम में 250 से अधिक कलाकार प्रस्तुति देंगे. जिनमें हाथी, घोड़े और पालकी का भी इस्तेमाल होगा.
विक्रमादित्य के शासन में पहली बार बने नवरत्न
सीएम यादव ने बताया कि सम्राट विक्रमादित्य के शासन में पहली बार नवरत्नों की परंपरा दिखाई देती है, जो विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ थे. यह प्रणाली बाद में शिवाजी महाराज के अष्ट प्रधान के रूप में दिखाई दी. उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य को ‘सहशांक’ नाम से जाना जाता था और ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि उन्हें उनके सूर्य के समान तेजस्वी और सशक्त व्यक्तित्व के कारण दी गई थी. सम्राट विक्रमादित्य आदर्श सुशासन के प्रतीक थे.
विक्रमादित्य महानाट्य पर प्रेस कॉन्फ्रेंस, दिल्ली से CM Mohan | Live @DrMohanYadav51 @CMMadhyaPradesh @BJP4MP #VistaarNews pic.twitter.com/ue5Ug1ZmOn
— Vistaar News (@VistaarNews) April 5, 2025
‘विरासत से विकास’ के मंत्र पर चल रहा है मध्य प्रदेश
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के ‘विरासत से विकास’ के मंत्र पर मध्यप्रदेश सरकार काम कर रही है. विकास के साथ-साथ राज्य की सांस्कृतिक विरासत को भी सहेजने और लोगों तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि सम्राट विक्रमादित्य के जीवन और मूल्यों को लोगों तक पहुंचाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने 20 साल पहले ‘विक्रमादित्य शोध पीठ’ की स्थापना की थी, जो उनके ऐतिहासिक तथ्यों और विचारों पर आधारित पुस्तकें प्रकाशित कर रही है.
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