Holika Dahan 2025: ग्वालियर में 25 हजार कंडों से तैयार की गई शहर की सबसे बड़ी होलिका, 70 सालों से हो रहा आयोजन
ग्वालियर: आज 25 हजार कंडों से बनी होलिका का दहन किया जाएगा
Holika Dahan 2025: सबसे बड़े त्योहारों में से एक होली की तैयारियां अंतिम चरण में है. गुरुवार रात को बुराई की प्रतीक होलिका का दहन किया जाएगा. इसके लिए ग्वालियर शहर के प्रमुख चौराहों और घरों में होलिका दहन की तैयारियां हो चुकी है. वहीं ग्वालियर-चंबल अंचल की सबसे बड़ी होलिका दहन की तैयारी शहर के सराफा बाजार में पूरी हो चुकी है. करीब 25 हजार कंडों पर होलिका को बैठाया गया है, जहां इस होलिका को देखने के लिए शहर भर से लोग सराफा बाजार पहुंचते हैं.
70 साल से किया जा रहा आयोजन
पिछले 70 सालों से सराफा बाजार में कारोबारियों द्वारा इस होलिका दहन का आयोजन किया जा रहा है. व्यापारियों ने बताया कि बड़ी संख्या में महिला, पुरुष और बच्चे रात 11 बजे पूजा करेंगे और उसके बाद होलिका दहन किया जाएगा.
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त्योहार के साथ पर्यावरण बचाने का संदेश
होलिका दहन में केवल गोबर से बने कंडों का इस्तेमाल किया जाता है. आयोजकों ने इसकी पीछे की वजह बताई कि जिस तरह लोग होलिका दहन के लिए लकड़ी का इस्तेमाल करते हैं, जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है. इतनी बड़ी होली के लिए बड़ी मात्रा में लकड़ी का उपयोग करना पड़ता है. ऐसे में पेड़ काटने की बजाय विकल्प के रूप में सराफा की होली गोबर के कंडों से तैयार की जाती है.
इस तरह वे दूसरे लोगों को भी ये संदेश देना चाहते हैं. यहां पर्यावरण बचाने के लिए पेड़ों को भी बचाना है और होलिका दहन के लिए लकड़ी की जगह दूसरे विकल्पों का उपयोग करना है. जिससे हमारा त्योहार भी पारंपरिक रूप से मनाया जा सके और पर्यावरण को भी कोई नुकसान ना पहुंचे.