Harda Blast के बाद जागा एमपी प्रशासन, प्रदेश में ‘मौत के कारखानों’ पर हो रही छापामारी
Harda Blast: मध्य प्रदेश के हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए हादसे के बाद प्रदेशभर में प्रशासन अलर्ट मोड पर है. सभी पटाखा फैक्ट्रियों और गोदामों की जांच शुरू हो गई है. हादसे के तुरंत बाद सीएम डॉ. मोहन यादव ने सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश जारी कर 24 घंटे में रिपोर्ट देने को कहा था, ताकि ऐसा हादसा दोबारा ना हो. जांच में भोपाल, जबलपुर, रीवा, छिंदवाड़ा सहित कई जिलों में फैक्ट्रियों और गोदामों में खामिया मिलीं. महू तहसील में भी प्रशासन अलर्ट हो गया है. एसडीएम विनोद राठौड़ ने टीम बनाकर पांच पटाखा गोदामों को जांच के बाद सील किया.
भोपाल में फायर गोदाम सील
भोपाल में कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने हलालपुर पटाखा बाजार में स्थित जय दुर्गा फायर गोदाम को सील किया. यहां क्षमता से अधिक सामान पाया गया. इसके अलावा बैरसिया एसडीएम विनोद सोनकिया ने शहर से 17 किमी दूर स्थित ग्राम रतुआ में रोड पर संचालित पटाखा दुकान और फैक्ट्री को बंद कराया. हादसे के बाद भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने जिले के सभी अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने विस्फोटक निर्माताओं, गोदामों और विक्रेताओं की गहन जांच के निर्देश दिए. कहा गया है कि जांच में अवैध पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
विस्फोटक सामग्री भंडारण दायरा
विस्फोटक सामग्री भंडारण और पटाखा दुकानों के 100 मीटर के दायरे में पेट्रोल पंप होने की स्थिति में दुकानों को शिफ्ट किया जाएगा. प्रतिष्ठानों में विद्युत, अनुज्ञाप्ति बिल्डिंग की विधि मान्यता, 15 मीटर की दूरी पर तार फेंसिंग, 24 घंटे विस्फोटक भंडारण की सुरक्षा की व्यवस्था, दुकानों के लाइसेंस सहित आवश्यक दस्तावेजों और सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाओं की जांच करते हुए सुरक्षा मानकों का पूर्णतः पालन कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
छिंदवाड़ा में पटाखा फैक्ट्रियों में लापरवाही
छिंदवाड़ा में प्रशासनिक अधिकारियों ने पटाखा फैक्ट्री और गोदाम का निरीक्षण किया, जिसमें तमाम खामियां देखने को मिलीं. पानी की टंकियों में पानी नहीं था, बाल्टियां खाली थीं. इसके अलावा कई फैक्ट्रियों में मजदूरों का बीमा भी नहीं है, जिस पर फैक्ट्री संचालकों को फटकार लगाकर कार्रवाई हुई. छिंदवाड़ा एसडीम सुधीर जैन ने के मुताबिक, कलेक्टर के निर्देश पर पटाखा गोदामों और फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया जा रहा है, जो भी कमियां पाई जाएंगी, उन्हें दूर किया जाएगा और कहीं गंभीर लापरवाही होगी, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी.
भिंड में जांच से पहले रातों-रात गायब हुए पटाखे
भिंड में जिला प्रशासन ने हरदा हादसे के बाद पटाखा गोदामों और फैक्ट्रियों में छापेमारी की कार्रवाई की. इस कार्रवाई में अधिकारियों को कई खामियां मिलीं. इसके अतिरिक्त कुछ आतिशबाजी की दुकानों में छापेमारी के दौरान वहां पटाखे ही नहीं मिले, जो हैरान करने वाला भी है.
ये भी पढ़ें: Harda Blast: हरदा में खत्म हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन, पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में 11 लोगों की मौत, 200 से ज्यादा घायल
टीकमगढ़ में छापेमारी के बाद विस्फोटक सामग्री हुई जब्त
टीकमगढ़ में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर के अंदर तीन स्थानों पर छापा मारा, जिसमें प्रशासन ने मंगल भवन के पास संजय जैन की पटाखा दुकान और गोदाम से क्विंटल पटाखे और दूसरी जगह से 1400 क्विंटल पटाखे और विस्फोटक सामग्री जब्त की.
झाबुआ जिले में बड़ी मात्रा में आतिशबाजी-पटाखे बरामद
झाबुआ जिला प्रशासन ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए अवैध पटाखा फैक्ट्रियों से गोदामों पर छापेमारी की. इस दौरान रिहायशी इलाकों में पटाखों का व्यवसाय में पटाखों का व्यवसाय करने वाले अलग अलग ठिकानों पर दबिश दी गई.