‘मोटरसाइकिल सुधारने वालों से सावधान रहना…’, प्रदीप मिश्रा ने लड़कियों से की अपील, बोले- 10 रुपये की चाऊमीन खिलाकर तुम्हें फंसाएंगे…
कथा वाचक प्रदीप मिश्रा
Pandit Pradeep Mishra: राजस्थान की राजधानी जयपुर के विद्याधर नगर में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा चल रही है. रविवार को पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि माता और पिता बेटी का कन्यादान कर देते हैं. उन्हें पिंडदान करने की जरूरत नहीं पड़ती है. इसलिए बेटियों से निवेदन है, ऐसे मोटरसाइकिल सुधारने वालों से सावधान रहना. इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान, बेटियों की शिक्षा समेत कई मुद्दों पर बात की.
‘चाऊमीन खिलाकर तुम्हें फंसाने की कोशिश करेंगे’
रविवार को शिवमहापुराण की कथा का चौथा दिन था. पंडित प्रदीप मिश्रा ने अलग-अलग मुद्दों पर बात करते हुए कहा कि कन्यादान का मौका भगवान उसी को देता है, जो हिम्मत वाले होते हैं. जिसने कई सारे यज्ञ अनुष्ठान किए हों. वे किस्मत वाले होते हैं, जिनके घर बेटियां जन्म लेती हैं.
उन्होंने आगे कहा कि माता और पिता बेटी का कन्यादान कर देते हैं. उन्हें पिंडदान करने की जरूरत नहीं होती है. इसी कारण बेटियों से निवेदन है कि ऐसे मोटरसाइकिल सुधारने वालों से सावधान रहना. दूसरों का पेट्रोल डलवाकर, गाड़ी से एक्शन दिखाकर और 10 रुपये की चाऊमीन खिलाकर तुम्हें फंसाने का प्रयास करेंगे.
लव जिहाद पर बोले पंडित प्रदीप मिश्रा
लव जिहाद पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि बेटियां लव जिहाद से सावधान रहना और अपने मां-बाप को कन्यादान का मौका देना. इससे आपके जीवन की सार्थकता होगी. थोड़ी-सी बॉडी और फैशन दिखाकर, 10 से 20 बार तुम्हारे मोबाइल में 60-60 रुपये का बैलेंस डलवा दिया. उतने में तुम उसको अपना कहना लग जाती हो. तुम्हारे बिना चैन आता नहीं, तेरे सिवा और कोई भाता नहीं है.
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‘दुनिया की कोई सरकार अपराध नहीं रोक सकती’
कथा के तीसरे दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि तुलसी के पौधे की जड़ दिखने लगे तो पौधा मर जाता है. ऐसे ही लड़कियों की नाभि भी उनके शरीर की जड़ होती है, उसे ढककर रखना चाहिए. इसे जितना ढका जाएगा, महिलाएं उतनी सुरक्षित बनी रहेंगी.
पंडित प्रदीप मिश्रा ने आगे कहा कि दुनिया की कोई भी सरकार अपराध नहीं रोक सकती है. उसे केवल संस्कार रोक सकते हैं. उन्होंने चंचला देवी का उदाहरण देते हुए कहा कि वह हमेशा अपने पति को समझाती थीं कि तुम गलत जगह मत जाओ, गलत काम मत करो, गलत भोजन मत करो, गलत दृष्टि और गलत विचार मत रखो. आज भारत की हर स्त्री यही सीख देती है. उन्होंने इसी साथ जोड़ा कि आज के जमाने में दो चीजें बहुत गलत हो रही हैं, पहला भोजन और दूसरा पहनावा.