Mandla Lok Sabha Constituency: फग्गन सिंह कुलस्ते ने मंडला को बनाया भाजपा का गढ़, जानिए आदिवासी बहुल सीट का चुनावी समीकरण
Mandla Lok Sabha Constituency: मध्य प्रदेश के चुनाव में हमेशा से आदिवासी एक बड़ा फैक्टर रहा है. इसलिए हम आपको लोकसभा चुनाव 2024 के तहत मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण आदिवासी सीट के बारे में बताते हैं. महाकौशल क्षेत्र में आने वाली मंडला लोकसभा सीट आदिवासी सीट है, जहां से केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सांसद हैं. फग्गन सिंह कुलस्ते 6 बार से मंडला लोकसभा सीट पर जीत का परचम लहराते आ रहे हैं.
क्या कहता है राजनीतिक इतिहास
मंडला लोकसभा सीट भले ही बीजेपी का गढ़ बन चुकी है, लेकिन कभी यह कांग्रेस की परंपरागत सीट हुआ करती थी. आदिवासी वोट हमेशा से कांग्रेस का माना जाता था. मंडला लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है. स्वतंत्रता के बाद से ही लंबे समय तक मंडला लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा. आपातकाल के बाद साल 1977 का आपदा छोड़ दें तो साल 1991 तक की लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ही जीत दर्ज करती रही थी. साल 1952 से 1971 तक के चुनाव में लगातार कांग्रेस के मंगरु गनु उइके इस लोक सभा सीट में अपना कब्जा किए हुए थे.
फिर इसके बाद कांग्रेस के मोहनलाल झिकराम चार बार लगातार सांसद निर्वाचित हुए. लेकिन 1996 से बीजेपी ने इस आदिवासी सीट को अपने कब्जे में ले लिया. इस सीट पर आदिवासी नेता फगन सिंह कुलस्ते छह बार से जीत दर्ज करते आ रहे हैं. हालांकि साल 2009 के लोकसभा चुनाव में जरूर कांग्रेस के उम्मीदवार बासोरी सिंह मसराम से कुलस्ते को हार मिली थी. लेकिन फिर 2014 और 2019 में फग्गन सिंह कुलस्ते बीजेपी का परचम लहराने में सफल रहे.
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आदिवासी फैक्टर
मंडला लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इस लोकसभा सीट में 60% से ज्यादा आदिवासी वोट बैंक है. इसके साथ-साथ मंडला लोकसभा सीट में ग्रामीण अंचल ज्यादा आता है. मंडला लोकसभा सीट में आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं इनमें से 6 विधानसभा सीटें डिंडोरी, शहपुरा मंडला, बिछिया, निवास और लखनादौन अनुसूचित जनजाति की लिए आरक्षित है. इसलिए मंडला लोकसभा सीट में आदिवासी वोट बैंक सबसे बड़ा फैक्टर माना जाता है.
2024 के लिए कौन-कौन है उम्मीदवार की रेस में
फग्गन सिंह कुलस्ते भले ही छह बार से मंडला लोकसभा सीट पर सांसद निर्वाचित होते आ रहे हैं. लेकिन इस बार उनकी दावेदारी कमजोर साबित हो रही है क्योंकि विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी ने कुलस्ते को नीवास विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था. वह छह बार के सांसद होने के बावजूद विधानसभा चुनाव नहीं जीत पाए और यही हार उनके राजनीतिक कैरियर में काला धब्बा बन गई है. अब लोकसभा चुनाव 2024 के लिए एक बार फिर कुलस्ते दावेदारी कर रहे हैं.
इस बार भाजपा नेता शिवराज शाह का भी नाम लोकसभा चुनाव की टिकट के लिए चल रहा है. वहीं कांग्रेस पार्टी की तरफ से देखा जाए तो एक बार फिर कांग्रेस पार्टी विधायक ओंकार सिंह मरकाम पर दांव लगा सकती है. हालांकि तीन बार के विधायक नारायण सिंह पट्टा भी लोकसभा के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. मंडला लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 20,74,957 हैं, जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 10 लाख 38 हजार तो महिला मतदाताओं की संख्या 10 लाख 36 हजार के करीब है.