MP Bypolls: बूथ कैप्चरिंग, हिंसा, मारपीट और फायरिंग के बीच विजयपुर में हुआ उपचुनाव, अब नतीजों का इंतजार
MP Bypolls: मध्य प्रदेश की विजयपुर विधानसभा का मतदान खत्म हो चुका है. सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हुई, जो शाम 6 बजे तक होती रही. उपचुनाव के लिए शाम 5 बजे तक 75.27% मतदान हुआ. विजयपुर विधानसभा का उपचुनाव मतदान से पहले और मतदान के दौरान सुर्खियों में रहा. यहां बूथ कैप्चरिंग, हिंसा, मारपीट और फायरिंग समेत कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिस पर सबकी निगाहें टिकी रहीं. मतदान के दौरान कांग्रेस ने बीजेपी पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया तो वहीं बीजेपी ने कांग्रेस पर हार का आरोप लगाया. पढ़ें पूरी रिपोर्ट-
मतदाताओं में उत्साह
विजयपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए गुलाबी सर्दी के बीच मतदान हुआ. बड़े उत्साह और जोश के साथ वोटर्स मतदान करने पहुंचे. पहले चार घंटों में 35 फीसदी से ज्यादा मतदान हो गया था. मतदान के दौरान बूथ कैप्चरिंग, मारपीट और फायरिंग की घटनाएं भी हुईं. हिंसा की घटनाओं को बढ़ते देख मतदान शुरू होने के एक घंटे बाद ही पुलिस ने कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा को पकड़कर बैठा लिया. इसके दो घंटे बाद BJP प्रत्याशी रामनिवास रावत को भी विजयपुर एसडीओपी ऑफिस में नजरबंद कर लिया गया.
नजरबंद हुए BJP-कांग्रेस प्रत्याशी
भाजपा प्रत्याशी रामनिवास रावत ने अपने गांव सुनवई में मतदान किया. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा ने पुलिस कस्टडी में अपने गांव के मतदान केंद्र पर वोट डाला. रामनिवास रावत ने वोट डालने के बाद विक्ट्री साइन भी दिखाया. पुलिस ने नजरबंद किया. बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों को लगभग 5 से 7 घंटे बाद छोड़ा. वोट डालने के बाद रामनिवास रावत ने कहा कि यहां विकास का मुद्दा है. वहीं हिंसा जैसी घटना को लेकर कहा कि उन्होंने कई बार चुनाव लड़ा है लेकिन वह हिंसा जैसी घटनाओं पर विश्वास नहीं करते हैं.
वोटर्स की लंबी कतार
विजयपुर विधानसभा में मतदाताओं में काफी उत्साह देखा गया. सुबह से लेकर शाम तक पुरुष,बुजुर्ग, महिला और युवा मतदान करने के लिए लाइन लगाकर इंतजार करते रहे. विधानसभा में मुद्दों को लेकर लोगों ने बताया कि यहां बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है और इसको लेकर वह वोट कर रहे हैं. अबकी बार उम्मीद है कि उनका यह एक वोट विकास के रास्ते खोलेगा.
मतदान के बीच हिंसा
विजयपुर विधानसभा में जैसे ही सुबह से मतदान की शुरुआत हुई वैसे ही बूथ कैप्चरिंग, हिंसा, मारपीट और फायरिंग जैसी घटनाएं सामने आने लगी. विजयपुर की तेलीपुरा पोलिंग बूथ के मतदाताओं ने वीरपुर थाने पर प्रदर्शन करते हुए मुरैना-शिवपुर रोड पर चक्का जाम कर दिया. उनका आरोप था कि रावत समाज के लोग फर्जी मतदान कर रहे हैं जबकि आदिवासियों को वोट नहीं करने दिया जा रहा.
वोट नहीं डालने देने के आरोप
इसके अलावा अंधिपुरा गांव में भी मतदाताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर वोट नहीं डाल देने का आरोप लगाया. दौर्द गांव में दबंगों ने पोलिंग बूथ पर फर्जी मतदान करने का प्रयास किया. जब पीठासीन अधिकारी ने उन्हें रोकने की कोशिश तो दबंगों ने उनसे मारपीट कर दी. मारपीट में पीठासीन अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया.
इसके अलावा विजयपुर उपचुनाव में जगह-जगह दबंगों द्वारा आदिवासी व जाटव समाज के मतदाताओं को पोलिंग बूथों तक पहुंचने से रोका गया. यहां तक कि वीरपुर में जाटव और रावत समाज के लोगों के बीच में लाठी चलीं और पथराव भी हुआ. इसे लेकर आदिवासी व जाटव समाज के वोटरों ने वीरपुर में हंगामा करना शुरू कर दिया. सैकड़ों लोगों ने वीरपुर थाने का घेराव किया.
बॉर्डर पर BJP-कांग्रेस तैनात
विजयपुर में बढ़ती हिंसक घटनाओं को देखकर बीजेपी और कांग्रेस विधानसभा बॉर्डर पर तैनात हो गई. कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को श्योपुर में प्रवेश करने से पुलिस ने रोक दिया. जीतू पटवारी राजस्थान के झालावाड़ से श्योपुर आ रहे थे. जब वे कुंहाजापुर बार्डर पर पहुंचे तो पुलिस ने रोक लिया. इसके बाद श्योपुर की सीमा में प्रवेश से रोक दिया. इस पर कांग्रेसियों ने काफी हंगामा किया. कुंहाजापुर बार्डर पर कांग्रेसी करीब एक घंटे तक खड़े रहे और हंगामा करते रहे. प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि आदिवासियों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा. बीजेपी की गुंडागर्दी यहां दिखाई दे रही है. वहीं, भाजपाध्यक्ष वीडी शर्मा को भी श्योपुर सीमा पर पुलिस ने रोका. वह शिवपुरी के रास्ते श्योपुर जा रहे थे. प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि विजयपुर में भारतीय जनता पार्टी आशीर्वाद मिल रहा है कांग्रेस की हार की बौखलाहट की दिखाई दे रही है.
दो दिन पहले हुई थी फायरिंग
विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में मतदान से दो दिन पहले फायरिंग का मामला भी सामने आया था. धनाचया गांव में करीब 12 बदमाशों ने आदिवासी लोगों पर को धमकाया और जमकर फायरिंग की. इसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. आरोपी को बंदूक के साथ पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया. कांग्रेस ने गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए कलेक्ट्रेट का घेराव किया. इस मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया. वहीं, कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने वाले विधायक बाबूलाल जांडेल सहित 13 कांग्रेस नेताओं के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया.
बता दें कि विजयपुर उपचुनाव के लिए वन एवं पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत का राजनीतिक भविष्य EVM में कैद हो गया है. यहां भाजपा और कांग्रेस बीच कड़ी टक्कर है. जातिगत समीकरणों में बंटे इस उपचुनाव में आदिवासी मतदाता ही निर्णायक भूमिका में है, यहां का चुनाव आदिवासी बनाम ओबीसी में तब्दील हो गया है. मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कोई कसर नहीं छोड़ी. विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने भी पूरा समय विजयपुर सीट को जिताने के प्रयास में लगाया, लेकिन एक कमी रही कि ग्वलियर-चंबल में भाजपा का बड़ा चेहरा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उपचुनाव में नजर ही नहीं आए.