MP News: ठंड में भी चड्डी में रहता है बड़वानी का मोगली, बचपन से ही कपड़े पहनने का शौक नहीं

MP News: कन्हैया स्कूल चड्डी पहनकर गया और अब कॉलेज भी चड्डी पहनकर जाता है. उसकी मां उसे कपड़े पहनाती तो वो उतार के फेंक देता था.
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MP News: मोगली की कहानी हमने बचपन में खूब देखी और सुनी है. वो मोगली तो जंगल में रहता था लेकिन जिस मोगली की कहानी हम आज आपको बता रहे हैं वो गांव में रहता है और पढ़ाई भी करता है. बड़वान के पास एक गांव है. नाम है पिछोड़ी और इसी गांव में रहता है 19 साल का मोगली यानी कन्हैया अवासिया. मोगली प्राइमरी, मिडिल और हायर सेकेंडरी की पढ़ाई भी कर चुका है. और अब वो कॉलेज में बीए सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा है. यहां तक तो सब ठीक है लेकिन सबसे अधिक चर्चा उसके पहनावे की हो रही है क्योंकि स्कूल से लेकर कॉलेज तक मोगली यानि कन्हैया चड्डी पहनकर जाता है. जी हां उसे बचपन से ही कपड़े नहीं पहनने की आदत थी.

और भी दिलचस्प है बचपन की कहानी 

मोगली का पिछोड़ी गांव जिला मुख्यालय से महज 6 किलोमीटर की दूरी पर है. गांव के लोग बताते हैं कि वो बचपन से ऐसा ही है. लोगों को देखकर वो भाग जाता है. लोगों से ज्यादा मिलना जुलना उसे पसंद नहीं. बाहर वालों को देखकर वो घर के अंदर भाग जाता है. मां ललिता ने बताया कि कन्हैया 5 साल का रहा होगा तब, मैं कपड़े पहनाती तो वो उतारकर फेंक देता था. कभी-कभी तो कपड़े भी फाड़ देता था. दूसरे कपड़े पहनाने की कोशिश करो तो रोने लगता था. थक हारकर उसे चड्‌डी में ही छोड़ना पड़ता था. बड़वानी के इस मोगली को कपड़े पहनना पसंद नहीं. कोई कपड़े पहनने का कह दे तो उससे 3-4 दिन बात नहीं करता. इसलिए मजबूरन उसे चड्डी पहनाकर ही रखना पड़ता है.

मोगली को सिर्फ दूध रोटी खाना पसंद

कन्हैया को खाने को ज्यादा शौक नहीं है. वो सब्जियां नहीं खाता. मिर्च तो बिल्कुल भी नहीं, सिर्फ दूध रोटी खाता है. समोसा या चाइनीज खाने के सवाल पर मां ललिता बताती हैं कि हम पैसे देंगे तो समोसा खरीदकर खा लेता है. उसके अंदर का मसाला निकालकर फेंक देता है और बिना मिर्च वाला हिस्सा खा लेता है. नूडल्स, मंचूरियन कुछ नहीं खाता. कन्हैया रोज बकरी चराने जाता है उसी दौरान जंगल से दातून तोड़कर दांत साफ कर लेता है. उसने आज तक टूथपेस्ट या ब्रश का उपयोग नहीं किया.

चड्डी के बाद तौलिए की कहानी

कन्हैया स्कूल चड्डी पहनकर गया और अब कॉलेज भी चड्डी पहनकर जाता है. उसकी मां उसे कपड़े पहनाती तो वो उतार के फेंक देता था. पिछले साल उसने सरकारी कॉलेज में दाखिला लिया और बस फर्क इतना है कि अब वो चड्डी के ऊपर तौलिया लपेट कर चला जाया करता है.

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दोनों भाई साथ में जाते है कॉलेज

कन्हैया का बड़ा भाई विजय 23 साल का है. दोनों एक ही क्लास में हैं. विजय और कन्हैया रोज पिछोड़ी से साथ में कॉलेज जाते हैं. मां ललिता 9वीं क्लास तक पढ़ी हैं. इनके 4 बच्चे हैं. जिसमें कन्हैया सबसे छोटा है. मां बताती हैं कि कन्हैया बाइक भी चलाता है.जो भी कन्हैया से कपड़े को लेकर बात करता है उससे वो कई दिनों तक बात नहीं करता, भले उसकी मां हो.

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