MP News: रावतपुरा सरकार देवस्थानम में हो रहा, द्वादश श्री रामार्चा महायज्ञ ब्रह्मोत्सव का आयोजन

Sri Ramarcha Maha Yagya Brahmotsav: रविशंकर महाराज ने बताया कि ''इस एक यज्ञ का फल हजारों अश्वमेद्य यज्ञों समान है. जो व्यक्ति इस अनुष्ठान में सम्मिलित होता है उसके समस्त पाप मिट जाते हैं.
Rawatpura Dham Sarkar

भिण्ड जिले के लहार क्षेत्र के प्रसिद्ध तीर्थस्थल रावतपुरा धाम सरकार धाम में नव संवत्सर महोत्सव का आयोजन हो रहा है.

Bhind: प्रदेश के भिण्ड जिले के लहार क्षेत्र के प्रसिद्ध तीर्थस्थल रावतपुरा धाम सरकार धाम में नव संवत्सर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. चल रहे नव संवत्सर महोत्सव में 13 अप्रैल 2024, चैत्र नवरात्रि- चतुर्थ दिवस पर श्रीद्वादश श्री रामार्चा महायज्ञ “ब्रह्मोत्सव”- आयोजन हुआ.

रामार्चा स्वयं शंकर द्वारा प्रदत्त विद्या: रविशंकर महाराज

रावतपुरा सरकार देवस्थानम की पावन देवभूमि पर सनातनी परम्परा के साथ सबसे बड़े अनुष्ठान और वैदिक परम्परा के सोलह संस्कारों में से एक संस्कार के रुप में सदियों से चली आ रही परम्परा का परिलक्षित होता उच्चतम सोपान होता है. इतने बड़े धार्मिक अनुष्ठान को रावतपुरा धाम सरकार पर किया गया! रविशंकर महाराज ने बताया कि रामार्चा स्वयं आदियोगी भगवान शंकर द्वारा प्रदत्त विद्या है.

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यज्ञ का फल हजारों अश्वमेद्य यज्ञों के समान

इसके साथ ही रविशंकर महाराज ने बताया कि ”इस एक यज्ञ का फल हजारों अश्वमेद्य यज्ञों समान है. जो व्यक्ति इस अनुष्ठान में सम्मिलित होता है उसके समस्त पाप मिट जाते हैं. कष्टों का निवारण होने के साथ शांति, समृद्धि, शक्ति और विशेष कृपा प्राप्त होती है. यह मनवांछित फल देने वाला अनुष्ठान है. प्राचीन काल में लगातार ये आयोजन किए जाते थे. जिनमें समाज के सभी वर्गों के लोग सम्मिलित होकर एक नई ऊर्जा को प्राप्त करते थे.” महाराज ने कहा कि जो भी मनुष्य इस अनुष्ठान में भाग लेता है वो बहुत भाग्यशाली है. इस अनुष्ठान से लोग शांति, कृपा, आशीर्वाद, समृद्धि, शक्ति के साथ मुक्ति-मोक्ष के मार्ग को प्राप्त करते हैं. श्री रामार्चा भगवान का नाम है, जिसमे अपने इष्ट अपने आराध्य का स्मरण करते हुए भक्त अर्चन करता है. अर्चन एवं अनुष्ठानों का वैदिक एवं सनातन परंपरा में हमेशा से विशेष महत्व रहा है. उनका कहना था कि विश्वकल्याण, लोकशांति, सामाजिक समरसता, सौहार्द, संस्कृति एवं भारतवर्ष की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से इस अनुष्ठान को किया रविशंकर महाराज के सानिध्य में भक्तों के द्वारा विधि विधान पूर्वक सम्पन्न किया गया.

 17 अप्रैल तक ये धार्मिक अनुष्ठान होंगे आयोजित

श्री राजराजेश्वरी लक्ष्यार्चन दुर्गाअष्टमी (एक लाख अर्चन ) 16 अप्रैल 2024-मंगलवार, सायं 7.00 बजे

महागौरी पूजा एवं दुर्गासप्तशती विशेष हवन 16 अप्रैल 2024- मंगलवार

श्री राम जन्मोत्सव एवं महाआरती दोपहर 12 बजे, 17 अप्रैल 2024 बुधवार

श्री राम यज्ञ पूर्णाहुति दोपहर 12.30 बजे, 10 अप्रैल 2024 बुधवार

भण्डारा दोपहर 1.00 बजे, 17 अप्रैल 2024 बुधवार

एक लाख दीपदान सायं 7.00 बजे, 17 अप्रैल 2024 बुधवार

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