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MP News: पांचवें दिन भी जारी भोजशाला का ASI सर्वे, हनुमान चालीसा का पाठ करने पहुंचे भक्त

Dhar bhojshal asi survey

भोजशाला में मंगलवार के दिन भक्त हनुमान चलीसा का पाठ करने पहुंचे

भोपाल: 26 मार्च आज मंगलवार को भोजशाला का ASI (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) सर्वे का पांचवां दिन है. दिल्ली और भोपाल के एएसआई के अफसरों की टीम सुबह 7 बजे भोजशाला पहुंचकर सर्वे कार्य में जुट गई. सर्वे के पीछे की वजह हाई कोर्ट का आदेश हैं दऱअसल एक याचिका में भोजशाला को माता वाग्देवी (सरस्वती) का मंदिर मानने की मांग की गई थी. भोजशाला में हिंदू समाज को पूजा का अधिकार देने की यह याचिका हाई कोर्ट में दाखिल की गई थी.

कड़ी सुरक्षा के बीच हो रहा सर्वे

हाई कोर्ट की इंदौर पीठ के आदेश के अनुसार भोजशाला परिसर का पुरातत्व सर्वेक्षण या वैज्ञानिक जांच शुरु होने के साथ ही धार जगह जगह सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं  पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने एएसआई का यह पत्र मिलने के बाद बताया कि भोजशाला परिसर में सर्वेक्षण के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

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क्या है पूरा मामला

एएसआई के द्वारा संरक्षित ऐतिहासिक भोजशाला परिसर को हिन्दू पक्ष वाग्देवी (सरस्वती) का मंदिर मानते हैं, जबकि मुस्लिम समुदाय इसे कमाल मौला की मस्जिद बताता है. इसी ‘हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस’ नामक संगठन की याचिका दायर की थी जिसके बाद  हाई कोर्ट की इंदौर पीठ ने 11 मार्च2024 को सुनाए आदेश में कहा था, ‘‘ इस अदालत ने केवल एक निष्कर्ष निकाला है कि भोजशाला मंदिर-सह-कमाल मौला मस्जिद परिसर का जल्द से जल्द वैज्ञानिक सर्वेक्षण और अध्ययन कराना एएसआई का संवैधानिक और कानूनी दायित्व है. इस मामले में अगली सुनवाई 29 अप्रैल को होनी है.

अभी दोनो पक्षों को पूजा व नमाज की है अनुमति

ASI के द्वारा 7 अप्रैल 2003 को जारी आदेश के अनुसार जारी व्यवस्था के मुताबिक हिंदुओं को प्रत्येक मंगलवार भोजशाला में पूजा करने की अनुमति है, जबकि मुस्लिमों को हर शुक्रवार इस जगह नमाज अदा करने की इजाजत दी गई है.

किया गया हनुमान चलीसा का पाठ

ASI के द्वारा जारी आदेश के बाद से ही भोजशाला में हिंदू समाज के लोग हर मंगलवार को पूजा अर्चना कर हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं. आज मंगलवार भी कई भक्तगणों ने भोजशाला पहुंचकर पूजा अर्चना की.

 

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