MP News: डिजिटल अरेस्ट कर 40 लाख की ठगी, बदमाशों ने सीनियर सिटीजन महिला को पार्सल में ड्रग्स का डर बताकर 5 दिन बंधक रखा
MP News: इंदौर में एक बार फिर साइबर क्राइम का मामला सामने आया है. यहां ठगों ने एक सीनियर सिटीजन महिला से 40 लाख रुपए की ठगी कर ली. ज्यादातर साइबर क्रिमिनल डॉक्टर, इंजीनियर, बैंककर्मी और युवाओं के बाद उन लोगों को डिजिटल अरेस्ट का शिकार बना रहे हैं, जिनके बच्चे या रिश्तेदार विदेशों में रहते हैं. अब तक इंदौर शहर में डिजिटल अरेस्ट की 19 वारदात हो चुकी हैं.
5 दिन तक रखा डिजिटल अरेस्ट रखा
लोगों ने इसमें अपने दो करोड़ गंवा दिए. 50 लाख रुपए रिकवर हो सके हैं. इंदौर में डिजिटल अरेस्ट की पहली शिकायत एक डॉ दंपति ने की थी. कल भी पुलिस के पास एक शिकायत पहुंची जिसमें एक सीनियर सिटीजन महिला ने बताया कि आरोपी ने उन्हें भेजे गए एक पार्सल में ड्रग्स होना बताकर सीबीआई अफसर बनकर बात की और कार्रवाई का डर दिखाकर पांच दिन डिजिटल अरेस्ट रखते हुए 40 लाख रुपए ठग लिए.
सोमवार को क्राइम ब्रांच कार्यालय पहुंची बुजुर्ग महिला ने डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश कुमार त्रिपाठी को बताया कि उनका बेटा विदेश रहता है. इंदौर स्थित घर में वह अकेली रहती है. पांच दिन पहले एक अनजान नंबर से उसके पास कॉल आया, जिसमें बताया कि महिला के नाम का पार्सल है, जिसमें अवैध ड्रग्स और दस्तावेज मिले हैं. सीबीआई इस केस में अब जांच करेगी. दोषी मिलने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें: शिवपुरी जिले के दौरे पर निकले मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, विधायक ने खिलाई पानी पूरी, बोले- तीन से ज्यादा नहीं मिलेगी
40 लाख की ठगी को दिया अंजाम
बदमाशों ने बातों में उलझाकर महिला को पांच दिन तक घर पर वीडियो कॉल के माध्यम से डिजिटल अरेस्ट रखा. इस दौरान बदमाशों ने कहा कि आपके खाते में जितना पैसा है उसकी जांच होगी. यदि पैसा गलत तरह से कमाने की बात सामने आई तो कार्रवाई होगी. इसके लिए उनके विभिन्न खातों में जमा पैसों को वे सरकारी खातों में ट्रांसफर करवाकर जांच करेंगे. इसके बाद पैसा वापस खातों में भेज देंगे. पीडि़त महिला ने 40 लाख रुपए अलग-अलग चरण में ट्रांसफर कर दिए. बाद में पता चला कि उक्त पैसे सरकारी खाते नहीं बल्कि ठगों के खातों में ट्रांसफर हुए हैं. डीसीपी राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि महिला की शिकायत को जांच में शामिल किया है. 40 लाख की धोखाधड़ी की बात बताई है. महिला का कहना है कि ठगों ने उन्हें बातों में फंसाकर सम्मोहित कर लिया था.