MP News: रोचक चुनावी इतिहास वाले शहडोल में इस बार बीजेपी की हिमाद्री और कांग्रेस के फुंदेलाल मार्को के बीच होगा मुकाबला

Lok Sabha Election: 72 साल के इतिहास में शहडोल लोकसभा सीट पर दो राजनीतिक परिवारों का राज हमें देखने को मिलता है. पहला नाम है दलपत सिंह परस्ते पांच बार सांसद रहे. वहीं दूसरा नाम बीजेपी उम्मीदवार हिमाद्री सिंह के पिता दलबीर सिंह का है वो इस सीट से तीन बार सांसद रहे.
Congress candidate Phundelal Marco and BJP candidate Himadri Singh.

कांग्रेस प्रत्याशी फुंदेलाल मार्को व भाजपा प्रत्याशी हिमाद्री सिंह

भोपाल: मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीट में से एक है शहडोल. इस लोकसभा सीट में तीन जिले शामिल हैं जिनमें शहडोल, उमरिया और अनूपपुर आते हैं. छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से लगी ये सीट कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेस के पास आती जाती रही. यहां से वर्तमान बीजेपी उम्मीदवार हिमाद्री सिंह हैं. बीजेपी ने हिमाद्री सिंह को ही आमचुनाव 2024 के लिए उम्मीदवार बनाया है.

कांग्रेस ने इस बार शहडोल लोकसभा सीट से फुंदेलाल मार्को को उम्मीदवार घोषित किया है. फुंदेलाल मार्को वर्तमान में अनूपपुर जिले की पुष्पराजगढ़ सीट से विधायक हैं. इस बार कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बदल लिया है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रमिला सिंह को उम्मीदवार बनाया था.

आइए जानते हैं दो उम्मीदवार के बारे में

हिमाद्री सिंह – शहडोल सीट से वर्तमान सांसद

संपत्ति – तीन करोड़ रुपये+
आपराधिक रिकॉर्ड – शून्य (0)

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने हिमाद्री सिंह को उम्मीदवार बनाया है. शहडोल लोकसभा सीट से हिमाद्री वर्तमान में सांसद भी हैं. साल 2016 में शहडोल के सांसद दलपत परस्ते का पद पर रहते हुए निधन हो गया. इस कारण शहडोल लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुए.

राजनीतिक कहानी बिना ट्विस्ट और टर्न के पूरी नहीं होती है. यहां भी एक ट्विस्ट आता है साल 2019 में जब बीजेपी सिटिंग सांसद ज्ञान सिंह का टिकट काट देती है. यहां एंट्री होती है हिमाद्री सिंह की. हिमाद्री सिंह कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हो जाती हैं और बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए हिमाद्री सिंह को उम्मीदवार बनाया है. शहडोल लोकसभा सीट से हिमाद्री वर्तमान में सांसद भी हैं. साल 2016 में शहडोल के सांसद दलपत परस्ते का पद पर रहते हुए निधन हो गया. इस कारण शहडोल लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुए.

कांग्रेस की ओर से हिमाद्री सिंह और बीजेपी की ओर से ज्ञान सिंह ने उपचुनाव लड़ा. इस उपचुनाव में ज्ञान सिंह की जीत हुई. ज्ञान सिंह को इस उपचुनाव में चार लाख, 81 हजार , 398 वोट मिले. वहीं हिमाद्री सिंह को चार लाख, 21 हजार, 015 वोट मिले. दोनों के बीच का अंतर लगभग 60 हजार वोट रहा. यहां भी एक ट्विस्ट आता है साल 2019 में बीजेपी ने हिमाद्री सिंह को टिकट दे दिया. बीजेपी के सामने कांग्रेस की प्रमिला सिंह ने चुनाव लड़ा.

साल 2019 के आम चुनाव में हिमाद्री सिंह शहडोल सीट जीत जाती हैं. कांग्रेस की प्रमिला सिंह दूसरी स्थान पर रहीं. इस चुनाव में हिमाद्री सिंह को सात लाख, 47 हजार, 977 वोट मिले. वहीं प्रमिला सिंह को तीन लाख, 44 हजार, 644 वोट मिले. दोनों उम्मीदवारों को मिले वोट का अंतर चार लाख से ज्यादा रहा.

साल 2024 में बीजेपी ने फिर से हिमाद्री सिंह पर भरोसा करके उम्मीदवार बनाया है. हिमाद्री सिंह राजनीतिक परिवार से संबंध रखती हैं. हिमाद्री सिंह के पिता दलबीर सिंह शहडोल सीट से तीन बार के सांसद रहे और मां राजेश नंदिनी एक बार की सांसद रही हैं.

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फुंदेलाल मार्को – पुष्पराजगढ़ से वर्तमान विधायक

संपत्ति – 2.50 करोड़ रुपये+
आपराधिक रिकॉर्ड – एक

कांग्रेस ने आगामी चुनाव के लिए पुष्पराजगढ़ से विधायक फुंदेलाल मार्को को अपना उम्मीदवार बनाया है. पुष्पराजगढ़ से फुंदेलाल तीन बार विधायक रह चुके हैं. साल 2013, 2018 और 2023 की विधानसभा के लिए विधायक चुने गए.

फुंदेलाल मार्को अनुसूचित जनजाति वर्ग से आते हैं. मार्को ने कांग्रेस के संगठन स्तर पर काम किया है. पुष्पराजगढ़ कॉलेज से राजनीति की शुरुआत करने वाले फुंदेलाल मार्को ने कई स्तरों पर काम किया. अनूपपुर में जिला कांग्रेस प्रभारी की जिम्मेदारी भी दी गई. फुंदेलाल मार्को ने संगठन के स्तर से लेकर सार्वजनिक राजनीति तक सक्रिय रहे हैं. शहडोल अनुसूचित जनजाति सीट है. यहां अधिकतर जनसंख्या भी अनुसूचित जनजाति की है.

शहडोल लोकसभा सीट का इतिहास

72 साल के इतिहास में शहडोल लोकसभा सीट पर दो राजनीतिक परिवारों का राज हमें देखने को मिलता है. शहडोल सीट से दलपत सिंह परस्ते पांच बार सांसद रहे. साल 1977 में दलपत सिंह परस्ते जनता पार्टी से सांसद रहे, साल 1989 में जनता दल के टिकट से सांसद बने, 1999 और 2004 में बीजेपी की टिकट से सांसद बने. साल 2014 में फिर से बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया और जीत दर्ज की. साल 2016 में सांसद रहते हुए दलपत सिंह परस्ते का निधन हो गया.

वर्तमान बीजेपी उम्मीदवार हिमाद्री सिंह के पिता दलबीर सिंह इस सीट से तीन बार सांसद रहे. साल 1980, 1984 और 1991 दलबीर सिंह कांग्रेस की टिकट से जीतकर सांसद बने. साल 2009 से 2014 तक का समय छोड़ दें तो पिछले 24 साल से शहडोल सीट पर काबिज है. साल 2009 में हिमाद्री की मां यानी राजेश नंदिनी ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीता था.

(स्त्रोत – MYNETA.INFO, DIGITAL SANSAD, MP VIDHANSABHA)

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