MP News: जिंदगी की जंग हार गया मासूम, 45 घंटे बाद बोरवेल से बाहर आया मंयक, ले जाया गया हॉस्पिटल, खत्म हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन

Mayank in Borewell: 45 घंटे के बाद मंयक आदिवासी को बाहर तो निकल लिया गया लेकिन मासूम मंयक जिंदगी की जंग हार गया. उसे बचाया नहीं जा सका.
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मंयक आदिवासी को बाहर निकल लिया गया है.

Rewa: रीवा के त्योथर में मासूम के बोरवेल में गिरने के 45 घंटे के बाद बड़ी खबर सामने आयी. मंयक को बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया है. लेकिन मासूम मंयक जिंदगी की जंग हार गया. रीवा कलेक्टर प्रतिमा ने बताया कि ”मंयक नहीं बचाया जा सका.” लगातार एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई थी, कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार मंयक को बाहर निकाल लिया गया. शुक्रवार को दोपहर 3 बजे गेंहू के खेत में खेलते वक्त मंयक बोरवेल में गिर गया था.

मंयक को ले जाया गया अस्पताल

प्रशासन के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार अब मंयक को त्योंथर हॉस्पिटल ले जायेगा. जहां उसे डॉक्टरों  की निगरानी में रखा जायेगा.

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CM मोहन यादव नें जताया दुख

सीएम मोहन यादव ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा था  कि ”बड़े ही दु:ख का विषय है! रीवा जिले के मनिका गांव में बालक मयंक खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गया है. मयंक को सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन पूरी ताकत के साथ प्रयास कर रहा है. वह शीघ्र सुरक्षित बाहर निकल आए, यही हम सबकी प्रार्थना है.”

शुक्रवार के दिन बोरवेल में गिरा था मासूम

शुक्रवार को बच्चे के बोरवेल में गिरने की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी और एसडीएम मौके पर पहुंचे. घटना दोपहर की बताई जा रही है. मौके पर तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं और बचाव कार्य जारी है. 2 जेसीबी, कैमरामैन की एक टीम और एसडीआरएफ की एक टीम रेस्क्यू कर रही है. बनारस से एनडीआरएफ की एक टीम भेजी गई है और जल्द ही बचाव अभियान में और तेजी लाई जाएगी.

खेत का मालिक हिरामणि मिश्र फरार

हार्वेस्टर के पीछे 4 बच्चे गेंहू की बाली बिन रहे थे और इसी दौरान मयंक खुले गड्डे में गिर गया. बताया जा रहा है कि हीरामणि ने 3 साल पहले इस बोरवेल को खुदवाया था और पानी नहीं आने की वजह से खुला छोड़ दिया. इस हादसे के बाद से खेत का मालिक हीरामणि मिश्र फरार है.

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