MP News: मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र केवल छह दिन ही चला. बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. सीएम मोहन यादव ने सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने के लिए विपक्ष को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि स्वस्थ वातावरण में पक्ष और विपक्ष ने अपनी बात रखी. विधानसभा अध्यक्ष ने निष्पक्ष होकर पक्ष और विपक्ष को बोलने का मौका दिया.
बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही बेहद हंगामेदार रही. सदन में जल जीवन मिशन पर जमकर हंगामा हुआ. वहीं प्रदेश में ओला-पाला से फसलों को हुए नुकसान पर भी सदन में चर्चा हुई. विपक्ष ने फौरन सर्वे कराकर नुकसान की भरपाई कराने की सरकार से मांग की तो सरकार ने कहा कि सर्वे का काम शुरू हो चुका है.
किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस ने साधा निशाना
वहीं दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन पर संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि देश के नहीं बल्कि दो तीन राज्यों के किसान ही प्रदर्शन कर रहे हैं. जबकि कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर कांग्रेस विधायक भंवर सिंह शेखावत ने पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली की तरफ देखेंगे तो किसान की हालत पता चलेगी. विधानसभा अध्यक्ष के केंद्रीय कृषि मंत्री रहते भी किसान दिल्ली में आंदोलन कर चुके हैं. भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि किसानों का दर्द कैलाश विजयवर्गीय नहीं जानते हैं. कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने कहा कि किसानों के ऊपर बॉर्डर पर रात में आंसू गैस के गोले छोड़े गए.
सदन में भाजपा विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जिन जिलों में ओलावृष्टि हुई है वहां के लिए सर्वे की टीमें बनाई गई हैं. सरगार ने फैसला लिया है कि 50 फीसदी से ज्यादा क्षति कहीं भी होती है तो पूरा मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कांग्रेस के जमाने का जिक्र करते हुए कहा कि ओलावृष्टि में अगर कोई मकान क्षतिग्रस्त होता था तो 2003 में 10 हजार रुपये मिलते थे. हम एक लाख रुपये से ज्यादा देते हैं.