Indore में MPPSC के अभ्यर्थियों का चौथे दिन धरना जारी, आयोग ने लिखित आश्वासन से किया इनकार, कमलनाथ ने सरकार को घेरा
MP News: इंदौर (Indore) में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) मुख्यालय के बाहर चौथे दिन भी अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन जारी है. अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक मांग स्वीकार नहीं कर ली जाती हैं, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि सारी मांगों पर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट किए बिना और एक-एक बिंदु पर लिखित आश्वासन के बगैर आंदोलन खत्म नहीं होगा.
दूसरे जिलों से अभ्यर्थी शामिल हुए
धरना अब केवल इंदौर तक ही सीमित नहीं रहा है. शुक्रवार यानी 20 दिसंबर को दूसरे जिलों से भी अभ्यर्थी धरने में शामिल हुए. करीब एक हजार अभ्यर्थी MPPSC ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. धरने देते हुए अब करीब 48 घंटे से ज्यादा होने जा रहे हैं.
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MPPSC ने लिखित आश्वासन देने से किया इनकार
धरना दे रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि MPPSC उनकी मांगों पर लिखित में सहमति का आश्वासन दे. लेकिन MPPSC ने लिखित में आश्वासन देने से इनकार कर दिया है. एमपी लोक सेवा आयोग का कहना है कि हर बिंदु पर अभ्यर्थियों के सामने स्थिति स्पष्ट है. PSC ने उन 4-5 बिंदुओं पर भी स्थिति स्पष्ट की है, जिन्हें अभ्यर्थी अपने आंदोलन में प्रभावी तरीके से उठा रहे हैं.
कमलनाथ ने दिया अभ्यर्थियों का साथ
पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोशल मीडिया साइट एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि MPPSC के अभ्यर्थियों का आंदोलन तीन दिन से जारी है लेकिन सरकार उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है.
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यह सबको पता है कि मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरी की भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से संदिग्ध हो चुकी है. दलालों का रैकेट पूरे प्रदेश में सक्रिय है. परीक्षाओं के प्रश्न पत्र और अंक देने की प्रणाली भी हर बार विवादों में फंस जाती है. मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि वे छात्रों की मांगो पर गंभीरतापूर्वक विचार करें और उनकी समस्याओं का संतोषजनक हल निकालें.
अभ्यर्थी क्या मांग कर रहे हैं?
आयोग के दफ्तर के बाहर धरना दे रहे अभ्यर्थियों की 4 बड़ी मांग हैं. MPPSC 2025 परीक्षा के लिए पदों की संख्या बढ़ाई जाए. लोक सेवा परीक्षा के लिए पदों की संख्या 700 और वन सेवा के पदों की संख्या 100 की जाए. दूसरी मांग ये है कि परीक्षाओं का रिजल्ट 87/12 फॉर्मूला की जगह 100 फीसदी के आधार पर जारी किया जाए. तीसरी मांग मुख्य परीक्षा 2019 की कॉपियां देखने दी जाए. चौथी मांग है 2022 के परीक्षा का रिजल्ट जल्द जारी किया जाए.