‘नाथूराम गोडसे ने जो पाप किया, वो आतंकवाद…’, उमा भारती बोलीं- ‘उसने गांधी के सपने की हत्या की’
BJP की वरिष्ठ नेता उमा भारती
Uma Bharti: मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और BJP की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने नाथूराम गोडसे और महात्मा गांधी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि नाथूराम गोडसे ने जो अपराध किया है वो आतंकवाद शब्द से पर्याप्त नहीं होता है. उसने एक ऐसे व्यक्ति को मारा है, जो सपना देख रहा था कि आजाद भारत कैसा होगा. उमा भारती ने यह सब एक इंटरव्यू के दौरान कहा. उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए यह भी कहा कि काश गांधी जी को 20 साल और मिल गए होते तो आज अमेरिका पर हम टैरिफ लगा रहे होते.
‘नाथूराम गोडसे ने जो पाप किया, वो आतंकवाद…’
एक इंटरव्यू के दौरान उमा भारती से सवाल किया गया- ‘यह कहा जाता है कि हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता है. दूसरी तरफ से तर्क दिया जाता है कि भारत का पहला आतंकवादी नाथूराम गोडसे-एक हिंदू था. इस पर आप क्या कहेंगी?’
इस सवाल का जवाब देते हुए पूर्व CM उमा भारती ने कहा- ‘मैं इसके बारे में कुछ कह नहीं सकती क्योंकि नाथूराम गोडसे ने जो पाप किया है, वो आतंकवाद शब्द से पर्याप्त नहीं होता. उसने एक ऐसे व्यक्ति को मारा है, जो सपना देख रहा था कि आजाद भारत कैसा होगा. वो लीड कर रहे थे आजाद भारत के मूवमेंट को. महात्मा गांधी ने आत्मनिर्भर भारत की कल्पना की थी. आत्मनिर्भर भारत अपनी आत्मा पर निर्भर होगा. वो विदेशी लोन पर निर्भर नहीं होगा. भारत की अपनी आत्मा यहां की नदी, पहाड़, जल, जंगल, जमीन, लोगों की बौद्धिक क्षमताएं हैं. गांधी के उसने सपने की हत्या की है. उसे केवल आतंकवाद शब्द बोलकर उसका पाप कम नहीं कर सकते. ‘
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बंटवारे के सवाल पर गांधी को लेकर क्या बोलीं उमा भारती?
इंटरव्यू के दौरान आगे सवाल किया गया कि क्या उमा भारती देश की आजादी की लड़ाई में गांधी के योगदान को मानती हैं? क्या उन्हें लगता है कि गांधी जी देश के बंटवारे में जिम्मेदार थे? इस सवाल का जवाब देते हुए BJP नेता उमा भारती ने कहा- ‘गांधी जी के बारे में मैं कुछ राय बना कर दे सकूं ऐसी मेरी औकात है क्या? उन्होंने एक आंदोलन को जन आंदोलन बना दिया था. आजादी की पूरी लड़ाई 1857 से शुरू हुई थी. एक महिला ने उस लड़ाई की अगुवाई की थी. झांसी की रानी ने 18 साल की उम्र में लड़ाई शुरू की थी. गांधी ने उस हिंसा को एक अहिंसा आंदोलन का रूप दिया. काश की गांधी जी को 20 साल और मिल गए होते तो आज अमेरिका हम पर टैरिफ नहीं लगा रहा होता. हमारे सामने भीख का कटोरा लेकर खड़ा होता.’
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