Vistaar News|फोटो गैलरी|छत्तीसगढ़ के बेहद खास 5 कृष्ण मंदिर, जहां जन्माष्टमी पर मथुरा-वृंदावन जैसी रहती है धूम
छत्तीसगढ़ के बेहद खास 5 कृष्ण मंदिर, जहां जन्माष्टमी पर मथुरा-वृंदावन जैसी रहती है धूम
कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर इन मंदिरों की यात्रा केवल एक धार्मिक अनुभव ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आनंद का भी देती है. चाहे रायपुर की भव्य इस्कॉन आरती हो या बिलासपुर की रथयात्रा, छत्तीसगढ़ के इन मंदिरों में जन्माष्टमी का उत्सव हर किसी के लिए अविस्मरणीय बन जाता है.
Written By श्वेक्षा पाठक
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Last Updated: Aug 14, 2025 04:10 PM IST
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हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है. इसी तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था.
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वहीं छत्तीसगढ़ के में भी ऐसे प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर हैं, जहां जन्माष्टमी पर भक्तों की भीड़ उमड़ती है.
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रायपुर इस्कॉन मंदिर : रायपुर के टाटीबंध क्षेत्र में स्थित इस्कॉन मंदिर भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों के लिए प्रमुख केंद्र है. जन्माष्टमी पर बड़ी संख्या में भक्त आते हैं.
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भिलाई अक्षयपात्र मंदिर: भिलाई स्थित अक्षयपात्र मंदिर, इस्कॉन की ही एक शाखा है, जो न केवल आध्यात्मिक कार्यक्रमों के लिए बल्कि समाजसेवा के कार्यों के लिए भी जाना जाता है.
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खाटूश्याम मंदिर: बिलासपुर में स्थित खाटूश्याम बाबा का मंदिर श्रीकृष्ण भक्ति के लिए भी विख्यात है. जन्माष्टमी के दिन यहां बाबा श्याम और लड्डू गोपाल की झांकियां सजाई जाती हैं.
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बिलासपुर वेंकटेश मंदिर: दक्षिण भारतीय शैली में बना यह मंदिर न केवल भगवान वेंकटेश्वर बल्कि श्रीकृष्ण की पूजा के लिए भी प्रसिद्ध है. जन्माष्टमी के अवसर पर यहां विशेष रथयात्रा होती है.
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राधा कृष्ण मंदिर: रायपुर में शहर के मध्य स्थित यह मंदिर श्रीकृष्ण और राधा की दिव्य छवियों के लिए प्रसिद्ध है. जन्माष्टमी पर यहां दिनभर पूजा-अर्चना और जन्मोत्सव कार्यक्रम होता है.
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तो इस जन्माष्टमी छत्तीसगढ़ के इन खास 5 कृष्ण मंदिरों का दर्शन करें.