छत्तीसगढ़ के अनोखे किले और महल, जिनकी भव्यता देख हो जाएंगे मंत्रमुग्ध
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए देश-दुनिया में प्रसिध्द है. वहीं आज भी यहां कई ऐसे किले और महल हैं, जिसकी भव्यता देख आप भी मंत्रमुग्ध हो जाएंगे.
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श्वेक्षा पाठक
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Last Updated: Aug 17, 2025 07:28 PM IST
छत्तीसगढ़ अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए देश-दुनिया में प्रसिध्द है.
वहीं आज भी यहां कई ऐसे किले और महल हैं, जिसकी भव्यता देख आप भी मंत्रमुग्ध हो जाएंगे.
यहां रतनपुर, चैतुरगढ़, कवर्धा, बस्तर और कांकेर जैसे किले और महल यहां का ऐतिहासिक खजाना है.
कवर्धा पैलेस - मैकल हिल पर स्थित, यह 1930 का आलीशान महल है, जो अपनी वास्तुकला और इतिहास के लिए प्रसिद्ध है. भरवां बाघ, यूरोपीय बाथरूम और इतालवी संगमरमर के फर्श इसे अनोखा बनाते हैं.
बस्तर पैलेस- जगदलपुर में स्थित, यह 70 वर्ष पुराना महल "आदिवासी सभ्यता का हृदय" माना जाता है. भोजन के लिए प्रसिद्ध, यह अब मेडिकल कॉलेज है, जबकि शाही परिवार एक हिस्से में रहता है.
चैतुरगढ़ (लाफागढ़) किला - कोरबा जिले में स्थित, यह किला अपनी मजबूत दीवारों और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है. भारत के सबसे मजबूत प्राकृतिक किलों में से एक", यह 36 किलों में से एक है.
रतनपुर किला- बिलासपुर जिले में स्थित, 9वीं शताब्दी का यह किला राजपूत राजा रतनपुर द्वारा निर्मित है. जो पत्थर से बना हुआ है. इसमें भव्य महल, मंदिर और उद्यान हैं.
कांकेर पैलेस- कांकेर में स्थित, यह छोटा लेकिन शानदार महल राजसी उद्यानों से घिरा हुआ है. 20वीं सदी का यह महल अपनी कारीगरी और वास्तुकला के लिए जाना जाता है.