Naxal Surrender: एक हाथ में गुलाब, दूसरे में संविधान… हथियार छोड़ 210 नक्सलियों की हुई ‘घर वापसी’
सरेंडर करने वाले 210 नक्सलियों में बढ़ी संख्या में महिला नक्सली दिखाई दीं. आज ये नक्सली हथियार छोड़कर हाथों में संविधान की कॉपी लिए नजर आए.
छत्तीसगढ़ में आज अब तक का सबसे बड़ा नक्सल सरेंडर हुआ है. जगदलपुर में नक्सली कमांडर समेत 210 नक्सली अपने हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौट गए हैं.
सरेंडर नक्सलियों को 5 बसों में जगदलपुर के पुलिस लाइन परिसर तक लाया गया. जहां सरेंडर नक्सली हथियार छोड़ संविधान की किताब पकड़े हुए नजर आए.
सरेंडर करने वाले 210 नक्सलियों में बढ़ी संख्याा में महिला नक्सली दिखाई दी. इसमें 110 महिला नक्सली और 110 पुरुष नक्सली शामिल हैं.
इस नक्सली सरेंडर में सेंट्रल कमेटी मेंबर सतीश उर्फ टी वासुदेव राव उर्फ रूपेश ने भी आत्मसमर्पण किया है.
इसमें 4 DKSZC कैडर, 1 क्षेत्रीय समिति सदस्य, 21 DVCS कैडर, ACS स्तर के 61 कैडर, 98 पार्टी और पीएलजीए सदस्य, और 22 आरपीएससी सदस्य भी शामिल हैं.
सरेंडर के दौरान कुल 153 हथियारों का आत्मसमर्पण किया गया, जिनमें 19 एके-47 राइफलें, 17 एसएलआर राइफल, 23 इंसास राइफलें, और 1 इंसास एलएमजी शामिल हैं.
इतना ही नहीं इसमें 36 .303 राइफल, 11 बीपीएल लांचर, 41 बारह-बोर/सिंगल-शॉट बंदूकें और एक पिस्टल भी शामिल हैं.
आज 210 नक्सली एक हाथ में गुलाब, दूसरे में संविधान की किताब लिए मुख्य धारा से जुड़कर घर वापसी कर रहे हैं.