इस गणेश चतुर्थी बप्पा को लाएं अपने घर, पहले जान लें ये 8 नियम
Ganesh chaturthi 2025: इस बार गणेश चतुर्थी देशभर में 27 अगस्त को मनाई जाएगी. यह पर्व भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में देशभर में उत्साह के साथ मनाया जाता है. खासकर महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में. बप्पा की मूर्ति स्थापना से लेकर विसर्जन तक कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है. तो अगर आप भी इस बार बप्पा को अपने घर लाने का सोच रहे हैं तो इन नियमों को जरूर जान लें.
Written By निधि तिवारी
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Last Updated: Aug 21, 2025 04:17 PM IST
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घर की साफ-सफाई: मूर्ति स्थापना से पहले घर को अच्छी तरह साफ करें. पूजा स्थल को पवित्र और व्यवस्थित रखें.
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शुभ मुहूर्त: 27 अगस्त की सुबह 11:05 से दोपहर 1:40 तक मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त है.
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मूर्ति का चयन: मिट्टी की पर्यावरण-अनुकूल मूर्ति चुनें. मूर्ति की सूंड बाईं ओर हो, जो सौभाग्य का प्रतीक है.
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स्थापना का स्थान: मूर्ति को उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में पीले या लाल कपड़े पर स्थापित करें.
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प्राण प्रतिष्ठा: मूर्ति में भगवान गणेश की उपस्थिति का आह्वान करने के लिए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान करें. इस दौरान मंत्र जाप और पूजा करें.
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पूजा सामग्री: दूर्वा, मोदक, लड्डू, फूल, धूप, दीप और सिंदूर तैयार रखें. गणेश मंत्र "ॐ गं गणपतये नमः" का जाप करें.
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चंद्र दर्शन से बचें: मान्यता है कि चतुर्थी पर चंद्रमा देखने से मिथ्या दोष लगता है. 26 अगस्त को दोपहर 1:54 से रात 8:29 और 27 अगस्त को सुबह 9:28 से रात 8:57 तक चंद्र दर्शन से बचें.
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विसर्जन नियम: 10वें दिन यानी 6 सितंबर, अनंत चतुर्दशी पर मूर्ति का विसर्जन विधि-विधान से करें. मूर्ति को अपनी जगह से हटाने से पहले पूजा जरूर करें.