ठंड में छत्तीसगढ़ के घरों में बनता है ये खास पकवान, खुशबू से महक उठता है मोहल्ला, नोट कर लें रेसिपी
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ की रसोई की पहचान उसके पारंपरिक स्वाद और घरेलू पकवानों से होती है. ठंड के मौसम में यहां के गांवों में चावल से बने व्यंजन खासतौर पर बनाए जाते हैं. इन्हीं में से एक है गरमागरम चावल की भजिया, जो न सिर्फ स्वादिष्ट होती है.
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श्वेक्षा पाठक
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Last Updated: Oct 30, 2025 02:33 PM IST
छत्तीसगढ़ की रसोई की पहचान उसके पारंपरिक स्वाद और घरेलू पकवानों से होती है. ठंड के मौसम में यहां के गांवों में चावल से बने व्यंजन खासतौर पर बनाए जाते हैं.
इन्हीं में से एक है गरमागरम चावल की भजिया, जो न सिर्फ स्वादिष्ट होती है बल्कि सुबह के नाश्ते में पूरे परिवार को लुभा लेती है.
चावल भजिया बनाने के लिए चावल को एक दिन पहले भिगोकर रखा जाता है. सुबह के समय भीगे हुए चावल को मिक्सी में बारीक पीस लिया जाता है.
इसके बाद पीसे हुए चावल के घोल में नमक, मिर्च और अन्य मसाले डालकर उसे अच्छे से फेंट लिया जाता है.
फिर कड़ाही में तेल को अच्छी तरह गर्म कर घोल को हाथों से गोल-गोल आकार में डाल दिया जाता है. लगभग 5 से 7 मिनट तक इसे सुनहरा होने तक तला जाता है.
सुनहरे भजिया को बाहर निकालकर टमाटर की चटनी या अचार के साथ परोसा जाता है. यह ठंड के दिनों में खाने में बेहद स्वादिष्ट लगती है.
छत्तीसगढ़ के गांवों में चावल से बने कई तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं. इन सभी में चावल की भजिया का अपना खास स्थान है.