“सेलेक्शन उम्र नहीं इंटेट के आधार पर होना चाहिए”, टेस्ट टीम से बाहर होने पर अजिंक्य रहाणे का छलका दर्द
अजिंक्य रहाणे
Ajinkya Rahane: भारतीय टीम के अनुभवी बल्लेबाज़ अजिंक्य रहाणे का सेलेक्शन को लेकर दर्द छल्का है. उन्होंने सेलेक्शन प्रोसेस पर अपनी बात रखी है. रहाणे ने हाल ही में छत्तीसगढ़ के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के ग्रुप मुकाबले में शतक जड़ा है. टीम से बाहर किए जाने के बाद, रहाणे ने साफ तौर पर कहा कि चयन उम्र के बजाय खिलाड़ी के ‘इरादे’ (इंटेंट) और जुनून पर आधारित होना चाहिए.
उम्र नहीं इंटेंट देखें
रहाणे ने टीम में चुनाव पर कहा, “एक खिलाड़ी के तौर पर, अगर आपके पास अनुभव है, अगर आप अभी भी घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं, अगर आप अभी भी अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं, तो मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं को आपके नाम पर विचार करना चाहिए. यह उम्र की बात नहीं है. यह इरादे की बात है. यह लाल गेंद के प्रति जुनून की बात है.”
रहाणे ने आगे ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज़ माइकल हसी का भी उदाहरण दिया, जिन्होंने अपने करियर में काफी लेट टेस्ट डेब्यू किया और खूब रन बनाए. रहाणे के अनुसार, अनुभव विशेष रूप से टेस्ट क्रिकेट में बहुत मायने रखता है.
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए थे तैयार
अजिंक्य रहाणे ने आगे साफ किया कि उन्हें लगा था कि ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया को उनकी ज़रूरत थी (बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के दौरान), और वह इसके लिए पूरी तरह से तैयार थे. लेकिन उनसे इस बारे में कोई बातचीत नहीं हुई. रहाणे ने 2020-21 के ऐतिहासिक ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारत को जीत दिलाई थी, जब उन्होंने कप्तानी की थी.
रहाणे ने बताया कि सेलेक्टर्स और खिलाड़ियों के बीच कोई बातचीत नहीं होती है. उन्होंने कहा, “इतना क्रिकेट खेलने के बाद, जब मेरे जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को टीम से बाहर किया गया, तो मुझे लगा कि कुछ तो अलग है. मुझे लगता है कि मेरे जैसे अनुभवी खिलाड़ी को वापसी पर ज़्यादा मौके मिलने चाहिए. लेकिन इस बारे में कोई बातचीत नहीं हुई.”
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