रणजी ट्रॉफी में अंशुल कंबोज का ऐतिहासिक प्रदर्शन, 38 साल बाद बनाया ये रिकॉर्ड

रणजी ट्रॉफी में यह कारनामा करने वाले कंबोज तीसरे गेंदबाज हैं. उनसे पहले प्रेमंगसु मोहन चटर्जी (1956-57) और प्रदीप सुंदरम (1985-86) ने यह उपलब्धि हासिल की थी. चटर्जी ने बंगाल और सुंदरम ने राजस्थान के लिए यह अद्वितीय प्रदर्शन किया था. रणजी ट्रॉफी में यह कारनामा 38 साल बाद देखने को मिला है.
Anshul Kamboj

अंशुल कंबोज

Anshul Kamboj: रणजी ट्रॉफी हमेशा से युवा खिलाड़ियों के लिए अपने कौशल को साबित करने का मौका रहा है. इस बार का सीजन भी नए सितारों को उभरने का मौका दे रहा है. हरियाणा के युवा गेंदबाज अंशुल कंबोज ने लाहली में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मैच में केरल के खिलाफ एक पारी में सभी 10 विकेट लेकर इतिहास रच दिया है.

हरियाणा के लिए खेलते हुए अंशुल कंबोज ने केरल के खिलाफ 30.1 ओवर में सिर्फ 49 रन देकर सभी 10 विकेट अपने नाम किए. उनका आखिरी शिकार शॉन रोजर बने, जिनका शानदार कैच कपिल हुड्डा ने लिया. अंशुल कंबोज ने अब तक 19 फर्स्ट क्लास मैचों में 50 विकेट पूरे कर लिए हैं. उन्होंने हाल ही में ओमान में एसीसी इमर्जिंग एशिया कप में भारत ए के लिए भी खेला. मौजूदा सीजन में लाल गेंद के साथ उनकी गेंदबाजी शानदार रही है.

38 साल बाद दोहराया गया इतिहास

रणजी ट्रॉफी में यह कारनामा करने वाले कंबोज तीसरे गेंदबाज हैं. उनसे पहले प्रेमंगसु मोहन चटर्जी (1956-57) और प्रदीप सुंदरम (1985-86) ने यह उपलब्धि हासिल की थी. चटर्जी ने बंगाल और सुंदरम ने राजस्थान के लिए यह अद्वितीय प्रदर्शन किया था. रणजी ट्रॉफी में यह कारनामा 38 साल बाद देखने को मिला है.

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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ऐसा कारनामा

अगर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बात करें, तो यह कारनामा भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज गेंदबाज अनिल कुंबले ने किया था. कुंबले ने 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली टेस्ट में एक पारी में सभी 10 विकेट लेकर इतिहास रचा था.

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