T20 वर्ल्ड कप से पहले साउथ अफ्रीका टीम में विवाद, नस्लीय कोटा बना मुद्दा, डिविलियर्स बोले- ये शर्म की बात

T20 World Cup 2024: दरअसल, साउथ अफ्रीका में नाराजगी का कारण एक जून से वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम में सिर्फ एक अश्वेत अफ्रीकी खिलाड़ी की मौजूदगी है.
AB de Villiers

एबी डी विलियर्स (पूर्व क्रिकेटर, साउथ अफ्रिका)

T20 World Cup 2024: टी20 वर्ल्ड कप 2024 के आगाज से पहले साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम में नस्लीय कोटा विवाद की वजह बनता जा रहा है. इस पर कई सवाल भी उठ रहे हैं. इस पूरे मामले में साउथ अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज एबी ड‍िव‍िल‍ियर्स की राय भी सामने आई है. एबी डिविलियर्स इस बात से हैरान नहीं हैं कि दक्षिण अफ्रीका के पहली बार वर्ल्ड कप जीतने के अभियान को शुरू करने से कुछ दिन पहले देश में सिर्फ टीम में नस्लीय कोटा को लेकर बात चल रही है.

दरअसल, साउथ अफ्रीका में नाराजगी का कारण एक जून से वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम में सिर्फ एक अश्वेत अफ्रीकी खिलाड़ी की मौजूदगी है. यही व‍िवाद की असल जड़ है. ड‍िव‍िल‍ियर्स ने कहा- इस तरह की स्थिति पहले भी रही है. 2018 में संन्यास लेने वाले डिविलियर्स को खुशी है कि अब वह इस स्थिति के महज दर्शक हैं.

ये भी पढ़ें- ‘जिसकी मति और गति सत्य की हो…’, KKR की जीत के बाद गौतम गंभीर का पहला रिएक्शन, देखें सोशल मीडिया पर क्या लिखा

“यह सिर्फ एक शर्म की बात है”

दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के महान खिलाड़ियों में से एक डिविलियर्स ने पीटीआई से कहा, ‘इस पर ध्यान केंद्रित करते हुए टूर्नामेंट में जाना शर्मनाक है. मेरा मतलब है कि यह कोई नई बात नहीं है, यह सिर्फ एक शर्म की बात है.’ डिविलियर्स ने आगे कहा, ‘वर्ल्ड कप से ठीक पहले दक्षिण अफ्रीकी टीम के साथ हमेशा की तरह स्वदेश में कुछ विवादास्पद लम्हे होते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह एक अच्छी टीम है. लुंगी के लिए यह निराशा की बात है… (उसने) कुछ हद तक फॉर्म खो दिया, उसे कुछ चोटें लगीं. अन्यथा वह शायद टीम में होता और स्वदेश में कोई विवाद नहीं होता.’

पूर्व खेल मंत्री ने उठाया सवाल

इस महीने की शुरुआत में टीम के चयन के बाद पूर्व खेल मंत्री फिकिले मबालुला और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) और आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष रे माली ने टीम के संयोजन पर सवाल उठाए थे. फिलहाल क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के पास चयनकर्ताओं की कोई समिति नहीं है और टीम का चयन मुख्य कोच शुकरी कॉनराड (टेस्ट) तथा रॉब वॉल्टर (सफेद गेंद के प्रारूप के कोच) ने किया है.

‘साउथ अफ्रीका में ब्लैक क्रिकेटर रूल’

2016 में शुरू की गई नीति के अनुसार दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीम को में अपनी एकादश में कम से कम औसतन छह अश्वेत (ब्लैक) खिलाड़ियों को शामिल करना होगा, इनमें से कम से कम दो ब्लैक अफ्रीकी होने चाहिए. टी20 वर्ल्ड कप टीम में कगिसो रबाडा एकमात्र अश्वेत अफ्रीकी हैं, वहीं एक अन्य अश्वेत अफ्रीकी लुंगी एनगिडी रिजर्व खिलाड़ियों में शामिल हैं. अन्य खिलाड़ी जो अश्वेत हैं उनमें रीजा हेंड्रिक्स, ब्योर्न फोर्टुइन, केशव महाराज, तबरेज शम्सी और ओटनील बार्टमैन शामिल हैं.

साल 2016 में आई नीत‍ि से पहले तक साउथ अफ्रीकी टीम में अश्वेत ख‍िलाड़‍ियों को टीम में शाम‍िल करने के ल‍िए अलग से कोई कानून नहीं था. पर 2016 में आई नीत‍ि से अश्वेत ख‍िलाड़‍ियों के लिए दरवाजे साउथ अफ्रीकी टीम में खुल गए.

ज़रूर पढ़ें