Anshuman Gaekwad: दिग्गज क्रिकेटर और पूर्व कोच Anshuman Gaekwad का 71 की उम्र में निधन, ब्लड कैंसर से थे पीड़ित

Anshuman Gaekwad: गायकवाड़ ने 15 वनडे में 20.69 की औसत से 269 रन बनाए. उन्होंने 206 फर्स्ट क्लास मैचों में 41.56 की औसत से 12,136 रन बनाए, जिसमें 34 शतक और 47 अर्धशतक शामिल थे.
Anshuman Gaekwad

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Anshuman Gaikwad: ब्लड कैंसर से जूझ रहे पूर्व भारतीय क्रिकेटर और टीम इंडिया के कोच रह चुके अंशुमान गायकवाड़ का निधन हो गया है. अंशुमान गायकवाड़ का लंबे समय से इलाज चल रहा था और उनके इलाज के लिए कई क्रिकेटरों और संगठनों ने मदद का हाथ बढ़ाया था. गायकवाड़ को उनके भारतीय क्रिकेट के प्रति योगदान के लिए 2018 में BCCI ने उनको लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया था.

कपिल देव ने गायकवाड़ की मदद के लिए अपनी पेंशन डोनेट करने का फैसला किया था. कपिल देव के बाद कई पूर्व क्रिकेटर जैसे मोहिंदर अमरनाथ, संदीप पाटिल, मदन लाल और कीर्ति आजाद भी गायकवाड़ की मदद के लिए आगे आए थे. वहीं BCCI ने गायकवाड़ के इलाज के लिए 1 करोड़ रुपये की राशि देने का ऐलान किया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंशुमान गायकवाड़ के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि क्रिकेट के प्रति उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. “अंशुमान गायकवाड़ को उनके क्रिकेट के प्रति योगदान के लिए याद किया जाएगा. वह एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी और उत्कृष्ट कोच थे.”

अंशुमान गायकवाड़ का क्रिकेट करियर

अंशुमान गायकवाड़ का क्रिकेट करियर शानदार रहा. उन्होंने 27 दिसंबर 1974 को कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया और आखिरी टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ 1984 में कोलकाता में खेला था. गायकवाड़ ने अपने करियर में कुल 40 टेस्ट खेले, जिनमें 30.07 की औसत से 2 शतक और 10 अर्धशतक के साथ 1985 रन बनाए. गायकवाड़ का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 201 रन था, जो पाकिस्तान के खिलाफ आया था. गायकवाड़ ने 15 वनडे में 20.69 की औसत से 269 रन बनाए. उन्होंने 206 फर्स्ट क्लास मैचों में 41.56 की औसत से 12,136 रन बनाए, जिसमें 34 शतक और 47 अर्धशतक शामिल थे.

क्रिकेट के बाद कोचिंग

क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अंशुमान गायकवाड़ ने कोचिंग में हाथ आजमाया. वे 1997-99 के बीच भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच रहे और इस दौरान भारतीय क्रिकेट नई ऊंचाईयों तक पहुंचा जिसमें गायकवाड़ का योगदान अहम था. गायकवाड़ ने गुजरात राज्य उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (GSFC) के लिए भी 2000 तक काम किया था.

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