IND vs AUS: रोहित-कोहली फेल, पंत ने फिर ‘गिफ्ट’ किया अपना विकेट, मेलबर्न की हार से क्या सबक लेंगे दिग्गज?
IND vs AUS: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत खेले जा रहे चौथे मुकाबले में भारत को 184 रनों से हराकर मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है. इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए अपनी दावेदारी को और भी मजबूत कर लिया है. ऑस्ट्रेलिया इस वक्त दूसरे स्थान पर है जबकि भारत तीसरे स्थान पर है.
मेलबर्न टेस्ट के पांचवें दिन भारत को 340 रनों का टारगेट मिला था लेकिन पूरी टीम 155 रनों पर सिमट गई. एमसीजी के पिच के मिजाज को देखते हुए यह लक्ष्य असंभव तो नहीं कठिन जरूर था. लेकिन टीम के दिग्गज बल्लेबाजों के फ्लॉप शो के कारण भारत यह मैच ड्रॉ कराने में भी कामयाब नहीं हो सका.
नीतीश का शानदार शतक भी नहीं बचा पाया हार
मेलबर्न टेस्ट के दौरान कई बार भारत के पास मौके आए लेकिन टीम ने इसे सही तरीके से नहीं भुनाया और नतीजा ये हुआ कि आखिरी दिन पूरी टीम ऑल आउट हो गई. पहली पारी में नीतीश रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने भारत को फॉलोऑन के खतरे से बचाया और मैच में वापसी करायी.
इस सीरीज में अब तक शानदार बल्लेबाजी करने वाले नीतीश रेड्डी ने मेलबर्न में करियर का पहला शतक लगाया. लेकिन दूसरी पारी में नीतीश नहीं चले और न सुंदर के साथ कोई ऐसा नहीं था जो भारत को जीत की दहलीज तक ले जा सके.
लियोन-बोलैंड के बीच साझेदारी
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में भारत के पास एक वक्त मौका था कि उन्हें जल्द समेट दिया जाए लेकिन आखिरी विकेट के लिए लियोन और बोलैंड ने 61 रन जोड़ दिए. ये साझेदारी न हुई होती तो भारत को 270-280 का टारगेट मिलता और खेल अलग होता. लेकिन 340 के टारगेट के बाद शायद यहीं से मोमेंटम मेजबानों की तरफ शिफ्ट हो गया था.
रोहित का हर दांव फेल, बल्ले से भी रहे नाकाम
मेलबर्न में पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 474 रनों का पहाड़ सा स्कोर बनाया था. स्टीव स्मिथ ने शानदार शतक जड़ा था, जबकि भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने 4 विकेट झटके थे. इस मैच में भारत ने न केवल बैटिंग ऑर्डर में बदलाव किया बल्कि टीम में भी बदलाव देखने को मिला था. शुभमन गिल को बाहर करके टीम में स्पिनर वाशिंगटन सुंदर को शामिल किया गया था.
केएल राहुल की जगह खुद कप्तान रोहित शर्मा ओपन करने उतरे थे, लेकिन इस सीरीज में उनका बल्ला यहां भी खामोश रहा. वे केवल 5 गेंदों में 3 रन बनाकर आउट हो गए. दूसरी पारी में भी रोहित शर्मा ने अपनी बल्लेबाजी से निराज किया और 9 रन बनाकर आउट हो गए. रोहित का फॉर्म लगातार चिंता का विषय बना हुआ है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की 5 पारियों में रोहित ने महज 31 रन बनाए हैं. उनके इस निराशानजक प्रदर्शन और लचर कप्तानी के बाद काफी सवाल उठे हैं.
एक ही तरीके से बार-बार आउट हो रहे कोहली
इस मैच में विराट कोहली और केएल राहुल भी बल्ले से कुछ खास नहीं कर पाए. पहली पारी में विराट ने 36 और राहुल ने 24 रन बनाए थे. वहीं दूसरी पारी में केएल खाता भी नहीं खोल सके, जबकि विराट कोहली 5 रन ही बना सके. केएल ने इस सीरीज में पहली बार तीन नंबर पर बल्लेबाजी की थी. वहीं कोहली की बात करें, तो ऐसा नहीं लगा कि वह किसी खास परेशानी में नजर आ रहे हैं लेकिन उनकी एक ‘कमजोरी’ को विरोधी टीमों ने उनके खिलाफ ‘हथियार’ की तरह इस्तेमाल किया है.
विराट कोहली बार-बार एक ही तरीके से बाहर जाती गेंदों पर आउट हो रहे हैं. इस मैच में भी यह सिलसिला जारी रहा. पहली पारी में 36 रन बनाने के बाद भी कोहली ने बाहर जाती गेंद पर बल्ला अड़ाया था और दूसरी पारी में भी इसी तरह से आउट हुए. इसके बाद सवाल उठने लगे हैं कि आखिर कोहली बाहर जाती गेंदों को खेलने के बजाय छोड़ने का विकल्प क्यों नहीं देखते हैं. विराट कोहली ने पर्थ टेस्ट में शतक जड़ा था. उसके बाद से वह एक बड़ी पारी के लिए जूझ रहे हैं.
पंत ने विकेट किया ‘गिफ्ट’
ऋषभ पंत ने दूसरी पारी में भी विकेट फेंक दिया. पहली पारी में रैंप शॉट खेलने के चक्कर में आउट होने के बाद उन पर काफी सवाल उठे थे. हालांकि, दूसरी पारी में पंत ने संयमित तरीके से अपनी पारी को आगे बढ़ाया और जायसवाल के साथ अच्छी साझेदारी निभाई. लेकिन, लंच के बाद जैसे ही दोबारा खेल शुरू हुआ और ट्रेविस हेड गेंदबाजी करने आए, पंत ने उड़ाकर मारने के चक्कर में अपना विकेट गंवा दिया.
अंपायर के गलत फैसले का शिकार हुए जायसवाल
नीतीश रेड्डी पहली पारी में शानदार शतक जड़ने के बाद दूसरी पारी में केवल एक रन बना सके. वहीं जडेजा भी इस मैच में बल्ले से खास कुछ कर नहीं सके. इस मैच की दोनों पारियों में युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने 82 और 84 रनों की शानदार पारी खेली. जायसवाल पहली पारी में जहां रन आउट हो गए थे, दूसरी पारी में थर्ड अंपायर के गलत फैसले का शिकार हो गए. जायसवाल का विकेट ऐसे समय में गिरा जब टीम को उनकी सख्त जरूरत थी.