“…लगातार हो रही बेइज्जती के चलते लिया संन्यास”, Ravi Ashwin के रिटायरमेंट पर पिता का बड़ा दावा
Ravi Ashwin: भारतीय क्रिकेट में स्पिन गेंदबाजी के चमकते सितारे आर अश्विन ने गाबा टेस्ट के तुरंत बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहकर सभी को चौंका दिया. उनके इस फैसले ने क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों के बीच कई सवाल खड़े कर दिए. आखिर अश्विन ने सीरीज के बीच में ही क्रिकेट क्यों छोड़ दिया? क्या इसके पीछे कोई गहरी वजह छिपी है?
अश्विन के पिता ने मीडिया चैनल सीएनएन न्यूज 18 से बातचीत में दावा किया कि उनके बेटे को टीम इंडिया में अपमानित किया जा रहा था, और यही उनकी संन्यास की मुख्य वजह बनी. उन्होंने कहा, “अश्विन के अचानक संन्यास के फैसले से मैं भी हैरान था. उसने बिना किसी संकेत के यह फैसला लिया. हालांकि, मैं उसके फैसले का सम्मान करता हूं लेकिन उसे खेलते रहना चाहिए था. हो सकता है कि अपमान उसकी संन्यास की वजह हो.”
टीम इंडिया में अश्विन का अपमान?
अश्विन के पिता ने यह भी बताया कि अश्विन को टीम में नजरअंदाज किया जा रहा था. यह बेइज्जती वाला व्यवहार लंबे समय से चल रहा था, जिसे वह चुपचाप सहन कर रहे थे. आखिर कब तक कोई खिलाड़ी इसे सह सकता है? उन्होंने कहा, “अश्विन का अचानक रिटायर होना हमारे परिवार के लिए इमोशनल मोमेंट है.
WTC में हुए नजरअंदाज
लंबे समय तक दुनिया के नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज रहे अश्विन को दोनों WTC के फाइनल में खेलने का मौका नहीं दिया गया. इस पर सुनील गावस्कर ने भी सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था, “अगर आप दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज को टीम में रखते हैं तो दुनिया के नंबर 1 गेंदबाज को बेंच पर क्यों बैठाया जाता है?”
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अश्विन का करियर
14-15 सालों तक भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलने वाले अश्विन ने भारत को कई मैचों में जीत दिलाई है. टेस्ट क्रिकेट में अपनी गेंदबाजी से अश्विन ने नए रिकॉर्ड बनाए. अश्विन ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेटों में कुल 765 विकेट निकाले हैं, जो अनिल कुंबले के बाद भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं.