क्वालिफायर 2 में हार्दिक ब्रिगेड की पंजाब के सामने एक न चली, इन 5 वजहों ने तोड़ा मुंबई इंडियंस और नीता अंबानी का दिल
हार्दिक पंड्या और नीता अंबानी
Mumbai Indians vs Punjab Kings: आईपीएल 2025 (IPL 2025) के तहत क्वालिफायर-2 का बेहद अहम मुकाबला पंजाब और मुंबई के बीच खेला गया, जो काफी रोमांचक रहा. बारिश के कारण देरी से शुरू हुए मुकाबले में आखिर तक रोमांच बना रहा और अंत में पंजाब ने जीत दर्ज कर मुंबई के छठी बार चैंपियन बनने के सपने को चकनाचूर कर दिया. मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 203 रन बनाए थे, जिसके बाद माना जा रहा था कि मुंबई इस मुकाबले को अपने नाम कर सकती है. दरअसल, इसके पहले कभी भी मुंबई 200 रनों से अधिक का स्कोर बनाने के बाद हारी नहीं थी, लेकिन इस मुकाबले में यह रिकॉर्ड भी ध्वस्त हो गया और पंजाब ने शानदार जीत दर्ज कर फाइनल में जगह बना ली. आइए, नजर डालते हैं उन पांच बड़ी वजहों पर, जिनके कारण मुंबई इंडियंस और नीता अंबानी का दिल टूट गया.
खराब लाइन पर की गेंदबाजी
मुंबई इंडियंस अपने स्कोर को डिफेंड करने में काफी हद तक कामयाब रही थी. बोल्ड, बुमराह, हार्दिक और सेंटनर की मौजूदगी में मुंबई का गेंदबाजी आक्रमण विरोधी टीमों को अपने स्कोर तक पहुंचने नहीं देता था. लेकिन इस मुकाबले में पंजाब के बल्लेबाजों के सामने मुंबई की गेंदबाजी काफी लचर रही. उन्होंने काफी ढीली गेंदें की और ज्यादातर गेंदें स्लॉट में रहीं जिसका फायदा पंजाब के बल्लेबाजों ने उठाया. तेज गेंदबाजों की बात करें तो अब तक सबसे ज्यादा प्रभावी नजर आने वाले जसप्रीत बुमराह ने 40 रन खर्च किए लेकिन विकेट नहीं निकाल सके. उनके पहले ही ओवर में जॉस इंग्लिश ने 20 रन बटोरकर मुंबई इंडियंस की टेंशन बढ़ा दी थी. टॉप्ली के एक ही ओवर में अय्यर ने तीन छक्के जड़ दिए और फिर 19वें ओवर में अश्विनी कुमार को चार छक्के समेत 26 रन बटोर डाले, जिससे मैच एक ओवर पहले ही खत्म हो गया.
प्लानिंग की कमी
टॉप्ली, बुमराह, बोल्ट, हार्दिक और अश्विनी कुमार के रूप में तेज गेंदबाजी पंजाब के बल्लेबाजों को रोकने में नाकाम रही. कोई भी गेंदबाज बल्लेबाजों को बांधे रखने में कामयाब नहीं हो सका. बीच के कुछ ओवरों को छोड़ दें तो गेंदबाजी में प्लानिंग का अभाव साफ देखा सकता था, जिसके कारण अधिकांश समय पंजाब के बल्लेबाज हावी रहे और नतीजा यह हुआ कि मुंबई की पकड़ से मैच दूर चला गया.
बुमराह को देर से अटैक पर लाना
जसप्रीत बुमराह को आखिरी ओवरों में देरी से अटैक पर वापस लाया गया, तब तक अय्यर पूरी तरह नजरें जमा चुके थे. अय्यर खतरनाक लय में खेल रहे थे और उन्होंने बुमराह के यॉर्कर को भी बाउंड्री लाइन के बाहर भेजने में देरी नहीं लगाई. बुमराह को देरी से अटैक पर लाने के कारण हार्दिक के इस फैसले की काफी आलोचना हुई.
वढेरा का कैच छोड़ना पड़ा भारी
निहाल वढेरा का कैच छोड़ना भी मुंबई इंडियंस को भारी पड़ा. हार्दिक पंड्या की गेंद पर बोल्ट ने निहाल का एक आसान सा कैच टपका दिया और गेंद चार रनों के लिए सीमा पार चली गई. इसके बाद निहाल ने मुंबई के गेंदबाजों की जमकर खबर ली और अय्यर के साथ मिलकर टीम को जीत के मुहाने पर ला दिया.
मुंबई का कोई बल्लेबाज नहीं खेल सका लंबी पारी
मुंबई इंडियंस का कोई भी लंबी पारी नहीं खेल सका. तिलक वर्मा और सूर्यकुमार ने जरूर 44-44 रनों की पारी खेली लेकिन इनमें से कोई इसे बड़ी पारी के तौर पर तब्दील नहीं कर सका. इसी तरह बेयरस्टो ने भी शुरुआत तो अच्छी दिलाई लेकिन अपनी पारी को आगे नहीं बढ़ा सके. इसके कारण मुंबई निश्चित तौर पर 20-25 रन कम बना पाई. इस पिच पर पिछले कुछ मैचों में 223 रनों का एवरेज स्कोर था और शायद यही वजह थी कि शुरू से पंजाब को भरोसा था कि वे 203 रनों के स्कोर को हासिल कर सकते हैं.