अगर दमखम की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश से लेकर राजस्थान और पंजाब तक, तेलंगाना से लेकर मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में मायावती की पार्टी अकेले सीटें न जीत पाएं, लेकिन किसी भी पार्टी का गणित आराम से बिगाड़ सकती है.