ग्रामीण आज भी इन दुकानों को आवंटित करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है. वहीं सब्जी-भाजी खरीदने के लिए भी डेढ़ से दो किलो मीटर दूर जाना पड़ता है.