खंडवा के महादेव गढ़ में धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया. हिंदू धर्म अपनाने के लिए विधि-विधान से पूजन पद्धति के बाद सभी ने भगवान शंकर की महा आरती की.