Adhik Maas 2026 Kab se hai: 2026 में पहले सामान्य ज्येष्ठ और फिर अधिकमास वाला ज्येष्ठ आएगा. दोनों मिलकर लगभग 58 से 59 दिन की अवधि बनाएंगे.
Adhik Maas 2026: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र वर्ष और सौर वर्ष की गणना में अंतर होने के कारण ही ऐसी दुर्लभ 'अधिकमास' की स्थिति बनती है. धार्मिक मान्यताओं में इस महीने को अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना गया है.
Adhik Maas Jyestha Month Twice: अधिकमास का समय आध्यात्मिक साधना, दान और आत्मचिंतन के लिए माना जाता है. ऐसा विश्वास है कि यह अवधि मन और कर्म शुद्धि के लिए उपयुक्त होती है.