बीजेपी ने इस पूरे मामले को एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना दिया है. पार्टी ने दावा किया कि जिस एनजीओ से आरोपी के पिता का संबंध था, उसने अफजल गुरु को फांसी दिए जाने का विरोध किया था. अफजल गुरु को 2001 के संसद हमले के मामले में दोषी ठहराया गया था और बाद में फांसी दी गई थी.