विश्व एड्स दिवस की शुरुआत 1 दिसंबर 1988 को हुई थी. इसे सबसे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा स्थापित किया गया था. इसका उद्देश्य एचआईवी और एड्स के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाना, और इस घातक बीमारी से प्रभावित लोगों को समर्थन देने के साथ-साथ नए संक्रमित मामलों की रोकथाम के लिए उपायों की सिफारिश करना था.