सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल पराली जलाने की घटनाएं पिछले साल की तुलना में कम हुई हैं. 15 सितंबर से 17 नवंबर 2024 तक पंजाब में केवल 8,404 पराली जलाने की घटनाएं रिपोर्ट की गईं, जो कि पिछले साल इस दौरान 33,082 थी.
दिल्ली के 36 निगरानी स्टेशनों में से 32 स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता गंभीर हो गई है. इससे यह स्पष्ट है कि दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में AQI का लेवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो चुका है.
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को भी लताड़ा. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पिछले तीन सालों में एक भी व्यक्ति पर मुकदमा नहीं चलाया गया है.